विधवा का बेटा विष्णु , जिस लडकी की हत्या में बंद हैं वह लड़की 7 साल बाद मिली जिंदा पति और 2 बच्चों के साथ

7 December 2022

azaadbharat.org

🚩अंग्रेजों का बनाया कानून आज भी देश मे चल रहा है और कहावत भी है कि कानून अंधा होता है, सच में ये साबित होता है कि कानून अंधा ही है, वर्तमान में तो एक ऐसा ट्रेंड चल पड़ा है कि बदला लेने या पैसे ऐंठने की भावना से लोग झूठे मुकदमे दर्ज करवाते हैं, सालों भर मुकदमे चलते हैं, फिर न्याय मिलता है, निर्दोष बरी होता है, लेकिन तब तक जिस व्यक्ति पर झूठा केस किया होता है, उसकी इज्जत, पैसे और परिवार की जिंदगी खराब हो जाती है ।

🚩2017 में दर्ज 1,70,000 मुकदमों में करीब 48000 मुकदमे झूठे थे । यानी औसत रूप से हर रोज दर्ज 431 मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें से 131 केस फर्जी थे।

🚩विष्णु गौतम को जेल और लडकी जिंदा मिली

🚩साल 2015 उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की एक नाबालिग लड़की मंदिर गई। गायब हो गई। फिर एक लाश मिली जो इसी लड़की की बताई गई। अपहरण कर हत्या का आरोप एक विधवा के बेटे विष्णु गौतम पर लगा। वह जेल में बंद है। साल 2022 में अब वही लड़की जिंदा मिली है। शादीशुदा है। दो बच्चे भी हैं। आगरा में रहती है।

🚩लड़की के जीवित होने की खबर सामने आने के बाद विष्णु की रिहाई की आवाज उसके परिजनों ने उठाई है। लड़की को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है। पुलिस ने जाँच के बाद सामने आए तथ्यों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है।

🚩इस मामले की शुरुआत 17 फरवरी 2015 को हुई थी। 17 वर्षीया एक नाबालिग लड़की के पिता ने थाना गौंडा थाने ने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया गया था कि मंदिर में जल चढ़ाने गई उनकी बेटी अचानक ही गुम हो गई। 18 फरवरी को पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 363 और 366 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज की।

🚩6 अप्रैल 2015 को लड़की के घर वालों ने इस मामले में अपने ही गाँव ढाटौली के विष्णु गौतम को आरोपित किया। दावा किया कि मेले में विष्णु को लड़की के साथ देखा गया था। 24 मार्च 2015 को पुलिस ने लावारिस हालत में एक लड़की की लाश बरामद की। नाबालिग लड़की के घर वालों ने उसे अपनी बेटी का बताया। इसके बाद विष्णु पर हत्या की धारा 302 और सबूत मिटाने की धारा 201 भी लगा दी गई।

🚩25 सितंबर 2015 को पुलिस ने इस केस में विष्णु गौतम के खिलाफ चार्जशीट लगा दी। FIR के दौरान इस केस के विवेचक सब इंस्पेक्टर खालिद खान थे। लगभग 2 साल जेल में रहने के बाद विष्णु गौतम की जमानत 11 अप्रैल 2017 को इलाहबाद हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा की अदालत से मंजूर हुई। इस दौरान विष्णु को सबूतों से छेड़छाड़ न करने, कोर्ट में तय तारीख पर हाजिर रहने और गवाहों को न धमकाने की हिदायत मिली थी। पुलिस कार्रवाई के साथ कोर्ट की सुनवाई तक विपिन खुद को निर्दोष बताता रहा।

🚩मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला अदालत में विष्णु के केस का ट्रायल शुरू हो गया। इसके चलते लड़की के घर वालों ने उसे फिर से जेल भेजने की माँग की। विष्णु को फिर से जेल भेज दिया गया। इस दौरान उसकी माँ अपने स्तर से बेटे की बेगुनाही के सबूत तलाशती रही। आखिरकार उन्हें जानकारी मिली कि जिस लड़की के अपहरण और हत्या के केस में उनका बेटा जेल काट रहा है, वो जीवित है और आगरा के एत्माद्दौला इलाके में अपने पति और 2 बच्चों के साथ रह रही है।

🚩जानकारी पुख्ता कर लेने के बाद विष्णु की माँ वृन्दावन के एक भगवाचार्य के साथ अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी से मिलीं। उन्होंने अपने बेटे के लिए न्याय माँगा। SSP अलीगढ़ ने फ़ौरन ही मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए और लड़की को हाथरस गेट से गिरफ्तार कर लिया गया। विपिन की माँ ने अब कोर्ट से अपने बेटे की रिहाई की गुहार लगाई है। SHO गौंडा का कहना है कि लड़की के कोर्ट में दिए बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। DSP राघवेंद्र सिंह के मुताबिक लड़की के DNA की जाँच करवाई जाएगी।

🚩बता दें कि यह मामला केवल एक जगह का है, बाकी पूरे देश का क्या हाल होगा जिसमें करोड़ो मुकदमे झूठे दर्ज कराए जाते होंगे । इतने झूठे केस मुकदमे दर्ज कराये जाते हैं तो निर्दोष को तो न्याय ही नही मिल पाएगा।

🚩भारत देश हाल ही में जिस तरह वर्तमान में विकट परिस्थितियों से झुंझ रहा है, उसकी सबसे बड़ी जिम्मेदार है अंग्रेजो के बनाए गए कानून और मैकाले की बनाई हुई शिक्षा पद्धति, जिसके कारण आज व्यक्ति स्वार्थी, ईर्ष्यालु, कामचोर बन गया है, जिसके कारण क्राइम हो रहे हैं। अगर बचपन से ही वैदिक शिक्षा पद्धति से पढ़ाया जाए तो अच्छे संस्कार आएँगे, जिससे न तो कोई क्राइम करेगा ओर ना ही किसी के प्रति ईर्ष्या, जलन या स्वार्थ के कारण झूठे केस दर्ज करेगा।

🚩प्राचीन काल में, ऋषि-मुनियों द्वारा गुरुकुल चलाये जाते थे, उसमे सभी मेहनती, संयमी, सदाचारी और परोपकारी बनते थे, जिसके कारण देश मे सुख-शांति रहती थी और लोग स्वस्थ्, सुखी और सम्मानित जीवन जीते थे।

🚩वर्तमान में कुछ हिंदू साधु-संतों ने ये बीड़ा उठाया था, जिसके तहत उन्होंने वैदिक गुरुकुल खोले ओर बच्चों को महान बनना शुरू किया तो राष्ट्र विरोधी ताकतों ने उनको मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर, झुठे मुकदमें में फंसाकर जेल भिजवाया गया।

🚩जैसे कि हिन्दू संत आसाराम बापू ने 50 वैदिक गुरुकुल खोले, जिसके कारण लाखो बच्चें होनहार होने लगे, आदिवासियों में जाकर जीवनोंपयोगी वस्तुएं दीं, जिसके कारण धर्मान्तरण रुका, गांव-गांव, नगर-नगर जाकर हिन्दू संस्कृति की महानता को लोगों तक पहुँचाया, जिसके कारण करोड़ों लोग संयमी बनने लगे, व्यसन छोड़ने लगे, विदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट की जगह स्वदेशी अपनाने लगे, टीवी-सिनेमा देखना बन्द कर दिया, जिससे विदेशी कम्पनियों को आर्थिक तौर पर भयंकर नुकसान हुआ । कान्वेट स्कूलों में जाना बंद कर दिया, धर्मान्तरण पर रोक लग गई तो उन्हें झूठे मुदकमे में जेल भेज दिया गया।

🚩आम जनता के अलावा राष्ट्रहित में क्रांतिकारी पहल करनेवाली सुप्रतिष्ठित हस्तियों, संतों-महापुरुषों एवं समाज के लिए आगे आने वालों के खिलाफ, राष्ट्र एवं संस्कृति विरोधी ताकतों द्वारा कूटनीतिपूर्वक, कानूनों का, अंधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है।

🚩इसमे जो खामियां है, उसे दूर करना चाहिए तभी बच पाएँगे नही तो एक के बाद एक निर्दोष फंसते जाएँगे।

🔺 Follow on

🔺 Facebook
https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/

🔺Instagram:
http://instagram.com/AzaadBharatOrg

🔺 Twitter:
twitter.com/AzaadBharatOrg

🔺 Telegram:
https://t.me/ojasvihindustan

🔺http://youtube.com/AzaadBharatOrg

🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Translate »