डॉक्टर से जानिए डार्क चॉकलेट्स खाने से नुकसान होता है या फायदा ?

27 January 2024

चॉकलेट्स खाना बहुत से लोगों को पसंद  होता है। कुछ लोग तो मूड स्विंग होने पर, तो कुछ लोग गुस्सा शांत करने के लिए भी चॉकलेट्स खाते हैं। मिल्क चॉकलेट्स की जगह आजकल इसके हेल्दी विकल्प के रूप में डार्क चॉकलेट्स मार्केट में आ गई हैं। ऐसा माना जाता है कि इन चॉकलेट्स का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है, इसलिए कुछ लोग डार्क चॉकलेट्स को बहुत ज्यादा खाने लगते हैं। लेकिन क्या सच में डार्क चॉकलेट्स हेल्दी होती हैं? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए पुणे स्थित आदित्य बिड़ला मेमोरियल हॉस्पिटल चिंचवड़ के क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ तेजस लिमये ने बताया  कि डार्क चॉकलेट में किसी भी अन्य चॉकलेट की तुलना में कैफीन की मात्रा बहुत अधिक होती है , जो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का कारण बन सकती है । इसके अलावा डार्क चॉकलेट के अधिक सेवन से डिहाइड्रेशन और अनिद्रा की परेशानी भी होती है। यही नहीं डार्क चॉकलेट्स में ऑक्सलेट भी काफी मात्रा में पायी जाती है, जिससे किडनी में पथरी का खतरा भी बढ़ता है । इसके अलावा डार्क चॉकलेट में कैलोरी भी बहुत ज्यादा मात्रा में पाई जाती है, जिससे वजन बढ़ने और डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। इसलिए यह मानना कि डार्क चॉकलेट्स का सेवन बहुत हेल्दी होता है, एकदम गलत है। आइए जानते हैं इससे होने वाली समस्याओं के बारे में विस्तार से।

 

1. अनिद्रा और ब्लड प्रेशर की समस्या

यदि आप डार्क चॉकलेट का अधिक सेवन करते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है। दरअसल डार्क चॉकलेट में मौजूद उच्च कैफीन ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। इसके अलावा कैफीन का ज्यादा सेवन करने से अनिद्रा की शिकायत भी होती है। अगर आपको भी सोते समय डार्क चॉकलेट खाने की आदत है तो अभी अपनी इस आदत को बदल दीजिए। साथ ही इसके अधिक सेवन से हृदय गति बढ़ जाती है , चिड़चिड़ापन और डिहाइड्रेशन की समस्या भी हो सकती है। इससे एकाग्रता में भी कमी आती है।

 

2. किडनी स्टोन की समस्या

डार्क चॉकलेट में ऑक्सलेट की अधिक मात्रा पाई जाती है। ये ऑक्सलेट शरीर में इकट्ठा होकर पथरी का कारण बन सकता है यदि आप पहले भी पथरी या स्टोन के शिकार हो चुके हैं तो आपको डार्क चॉकलेट खाने से परहेज बरतना चाहिए। यह पथरी के खतरे को बढ़ा सकता है।

 

3.  माइग्रेन का खतरा बढ़ सकता है

डार्क चॉकलेट में टाइरामाइन नामक एक प्राकृतिक रसायन होता है,जो माइग्रेन का कारण बन सकता है। यह माइग्रेन के लक्षणों को ट्रिगर कर सकता है इसलिए अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो डार्क चॉकलेट से परहेज करना जरूरी है।

 

4.  ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है

डार्क चॉकलेट में शुगर की मात्रा भी अधिक होती है और यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को काफी बढ़ा सकता है। उच्च रक्त शर्करा या हाइपरग्लेसेमिया भी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है।

 

5. उच्च वसा

डार्क चॉकलेट में बड़ी मात्रा में सैचुरेटेड फैट और शुगर होता है। डार्क चॉकलेट के एक औंस में लगभग 150 कैलोरीज होती हैं, जिसमें अधिक मात्रा में वसा और चीनी पाई जाती है। अतिरिक्त वसा और चीनी के सेवन से आपका वजन भी बढ़ सकता है और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है।

 

इन आदतों से पहचाने आपको है चॉकलेट खाने की लत

डॉ तेजस लिमये के अनुसार, लगातार डार्क चॉकलेट खाने का मन करना,अत्यधिक तनाव और चिंता में चॉकलेट खाने का खयाल आना,प्रतिदिन अधिक मात्रा में डार्क चॉकलेट का सेवन करना आदि आदतें बताती हैं कि आपको चॉकलेट की लत लग चुकी है। इसके अलावा अगर आप अपने खाने का नियंत्रण खो रहे हैं और आपके लिए ये बेहद नुकसानदायक हो सकता है। इसके कारण गंभीर बीमारियां हो सकती है। डॉक्टर के अनुसार दिनभर में केवल 15-20 ग्राम चॉकलेट ही खाई जा सकती है।

 

अपनी आदतों को कैसे सुधारें?

 

डॉ. तेजस के अनुसार यदि आप अपनी चॉकलेट खाने की आदत सुधारना चाहते हैं तो अपने आपको हमेशा हाइड्रेट रखें और रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पिएं। साथ ही अपने आहार में तेल,नट्स और एवोकाडो जैसे हेल्दी फैट शामिल करें। इसके अलावा अतिरिक्त आर्टिफिशियल शुगर (चीनी, गुड़, स्टीविया आदि) उत्पाद को ज्यादा खाने से बचें। कुछ मीठा खाने की इच्छा हो तो फल , दूध या लस्सी का सेवन करें।

 

डार्क चॉकलेट की जगह खाएं हेल्दी चीजें

 

1. कोको पाउडर

कोको पाउडर कई पदार्थों का मिश्रण है। कोको पाउडर के एक चम्मच में लगभग 10 कैलोरी होती है। हालांकि इसमें कोई वसा,कोलेस्ट्रॉल या चीनी नहीं होती है क्योंकि यह 100 प्रतिशत कोको होता है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसकी मदद से आप होममेड हॉट चॉकलेट बना सकते हैं। इसके लिए आप बादाम या नारियल का भी प्रयोग कर सकते हैं।

 

2. कोको बीन

कोको बीन्स है को भुनकर छोटे टुकड़ों में तोड़ दिया जाता है। कोको बीन्स कुरकुरे होते हैं और बिना चीनी वाली चॉकलेट की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इससे दही या स्मूदी के साथ मिक्स करके खाया जाता है। कोको बीन्स में कैलोरी स्वाभाविक रूप से कम होती है, जो आपके लिए एक स्वस्थ विकल्प हो सकता है।

 

3. फल

खाने के लिए फल से बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता है। फलों में बहुत सारे पोषक तत्व जैसे विटामिन्स ,पोटेशियम,एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स पपाए जाते हैं। डार्क चॉकलेट की जगह आप स्ट्रॉबेरी,व्हीप्ड नारियल,चेरी,रसभरी,ब्लूबेरी या अनार जैसे फलों के मिश्रण का सेवन कर सकते हैं।

– स्त्रोत: ओनली माय हेल्थ

 

चॉकलेट के अधिक प्रयोग से दाँतों में कीड़ा लगना, पायरिया, दाँतों का टेढ़ा होना, मुख में छाले होना, स्वरभंग, गले में सूजन व जलन, पेट में कीड़े होना, मूत्र में जलन आदि अनेक रोग पैदा हो जाते हैं।

 

वैसे भी शरीर स्वास्थ्य एवं आहार के नियमों के आधार पर किसी व्यक्ति को चॉकलेट की कोई आवश्यकता नहीं होती ।

 

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