चाय-कॉफी पीने वाले सावधान, ICMR ने बचने की दी सलाह

चाय-कॉफी पीने वाले सावधान, ICMR ने बचने की दी सलाह

20 May 2024

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भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के शोधकर्ताओं ने बताया कि चाय (Tea) और कॉफी (Coffee) में कैफीन (caffeine) होता है, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (Central nervous system) को उत्तेजित करता है और शारीरिक निर्भरता को बढ़ावा देता है। कैफीन (Caffeine) का यह प्रभाव हमारे दैनिक जीवन और स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने चाय और कॉफी के सेवन में संयम बरतने की सलाह दी है, जो भारतीय संस्कृति में गहराई से रची-बसी हैं। हाल ही में, ICMR ने राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) के साथ मिलकर 17 नए आहार दिशानिर्देश प्रस्तुत किए हैं, जिनका उद्देश्य पूरे भारत में स्वस्थ खानपान की आदतों को बढ़ावा देना है। इन दिशानिर्देशों में विविध आहार और सक्रिय जीवनशैली के महत्व पर विशेष जोर दिया गया है। चिकित्सा संगठन ने चाय या कॉफी से बचने की सलाह दी है, क्योंकि इनमें टैनिन्स होते हैं, जो शरीर में आयरन के अवशोषण को कम कर सकते हैं। टैनिन्स पेट में आयरन से जुड़कर उसके अवशोषण को कठिन बना देते हैं, जिससे आयरन की कमी और एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अत्यधिक कॉफी सेवन उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी असामान्यताएं भी पैदा कर सकता है। 200 वर्ष पहले भारतीय घरों में चाय नहीं होती थी। पहले घर पर अतिथि आते थे, तो देशी गाय का दूध-लस्सी ,छाछ,नींबू पानी,आदि दिया जाता था, लेकिन आज कोई भी घर आये अतिथि को पहले चाय पूछते हैं। ये बदलाव अंग्रेजों की देन है। कई लोग घर, दुकान, ऑफिस या यात्रा के दौरान दिन में कई बार चाय लेते रहते हैं, यहाँ तक कि उपवास में भी चाय लेते हैं! किसी भी डॉक्टर के पास जायेंगे तो वो शराब-सिगरेट-तम्बाखू छोड़ने को कहेगा, पर चाय नहीं, क्योंकि यह उसे पढ़ाया नहीं गया और वह भी खुद चाय का गुलाम है। परन्तु किसी अच्छे वैद्य के पास जायेंगे तो वह पहली सलाह देगा- चाय ना पीयें। सुखी,स्वस्थ रहना हैं तो चाय-कॉफी को हमेशा के लिए त्याग दें,क्योंकि चाय, कॉफी के हर कप के साथ एक चम्मच या उससे अधिक शक्कर ली जाती है, जो पेट की चर्बी बढ़ाती है और अनेक बीमारियां को बुलाती है। अगर पीनी ही पड़ी तो गुड़, नींबू मिलाकर काली चाय पीएं, पर ध्यान रहें काली चाय में शक्कर और दूध नहीं मिलाएं। चाय के साथ नमकीन, खारे बिस्कुट, पकौड़ी आदि लेते हैं, यह विरुद्ध आहार है; इससे कई प्रकार के त्वचा रोग होते हैं। चाय का विकल्प संकल्प कर लें कि चाय नहीं पियेंगे। 2 दिन से 7 दिन तक याद आएगी ; फिर सोचेंगे अच्छा हुआ छोड़ दी। 1 या 2 दिन तक सिर दर्द हो सकता है,फिर नार्मल हो जाओगे । सुबह ताजगी के लिए गर्म पानी लें, चाहे तो उसमें आंवले के टुकड़े मिला दें तो और स्फूर्ति आ जाएगी। 5 पत्ते तुलसी के पत्ते का गर्म पानी, गुड़ का गर्म पियें तो चाय की लत भी छूट जाएगी और शरीर निरोग होने लगेगा। चाय की जगह देशी गाय के दूध , लस्सी, छाछ,नींबू पानी,का उपयोग करना चाहिए,इससे स्वास्थ्य में चार चांद लग जायेंगे और सभी बीमारियां भी भाग जाएंगी। Follow on

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