17 August 2018
इस रिपोर्ट के मुताबिक, कई पीड़ित आगे नहीं आ पाए हैं और कई अपराधी पादरियों के रिकॉर्ड्स को चर्च ने गायब कर दिया है, इसलिए यह आकंलन लगाना गलत नहीं होगा कि पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ भी सकती है । इस रिपोर्ट ने दावा किया है कि चर्चों ने कई पादरियों के बचाने की भी कोशिश की है ।
कैथलिक चर्च की दया, शांति और कल्याण की असलियत दुनिया के सामने उजागर ही हो गयी है । मानवता और कल्याण के नाम पर क्रूरता का पोल खुल चुकी है । चर्च कुकर्मो की पाठशाला व सेक्स स्कैंडल का अड्डा बन गया है ।
अभी हाल ही में अमेरिका के पेन्सिलवेनिया से एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि एक कैथोलिक चर्च में पादरियों ने 1,000 से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण किया है और यह काम पिछले कई दशकों से चल रहा था । ग्रांड ज्यूरी की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 300 पादरियों ने पिछले 70 सालों से इस घिनौने काम को अंजाम दिया है । माना जा रहा कि 1940 से बच्चों के साथ रेप और यौन शोषण का कम चल रहा था, जिसमें कई सीनियर चर्च अधिकारी भी शामिल है, जो अब वॉशिंगटन डीसी में आर्कबिशप बने बैठे हैं ।
Pastors in a church, raped with more than 1000 children |
इस रिपोर्ट के मुताबिक, कई पीड़ित आगे नहीं आ पाए हैं और कई अपराधी पादरियों के रिकॉर्ड्स को चर्च ने गायब कर दिया है, इसलिए यह आकंलन लगाना गलत नहीं होगा कि पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ भी सकती है । इस रिपोर्ट ने दावा किया है कि चर्चों ने कई पादरियों के बचाने की भी कोशिश की है ।
रिपोर्ट ने कहा, ‘सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चों की मदद नहीं की गई, लेकिन इस पूरे स्कैंडल को नजरअंदाज किया गया । तथाकथित अपने आप को ईश्वर बताने वाले लोगों ने चर्च में सालों से मासूम लड़कों और लड़कियों का रेप किया । वे ना सिर्फ इस घिनौने करतूतों के लिए जिम्मेदार थे, बल्कि उन्होंने इसको बड़ी चालाकी के साथ छुपाया भी है ।’
रिपोर्ट में दुर्व्यवहार के भयानक दास्तां शामिल हैं, जिसमें एक पादरी ने तो अस्पताल में लड़की के टॉन्सिल निकालने के बाद भी उसका रेप कर दिया था । वहीं, एक अन्य पादरी ने 17 वर्षीय लड़की को अपनाने के बाद, उसे चर्च में रहने की इजाजत दी थी और शादी प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद उस लड़की को तलाक दे दिया था ।
लगभग हर मामले में, अभियोजकों ने पाया कि कई पादरियों पर अपराधिक मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है, क्योंकि कई तो रिटायर्ड हो चुके हैं और 100 से अधिक पादरियों की मौत भी हो चुकी है । अधिकारियों ने फिलहाल दो पादरियों को दोषी ठहराया है, जिसमें से एक दोषी पाया जा चुका है। अटॉर्नी जनरल जोश शापिरो ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है ।
ईसाई पादरियों ने किए कुकर्मों पर एक नजर अभी तक के बड़े आरोपों और जांच पर…
ऑस्ट्रेलिया:-
यौन शोषण के मामलों को छिपाने के दोष में पादरी ऐडिलेड में आर्कबिशप फिलिप विलसन को 12 महीने की जेल की सजा सुनाई गई । वह यौन शोषण के मामले को छिपाने वाले दुनिया के सबसे ऊंचे पद पर बैठे अधिकारी (पादरी) भी बने ।
चिली:-
22 मई को यौन शोषण के आरोपों में ही 14 पादरियों को चर्च से निकाल दिया गया था। यह आरोप एक दशक पुराने थे।
ऑस्ट्रिया:-
यौन शोषण के करीब 800 मामलों का खुलासा हुआ । दो स्कैंडलों की वजह से वैटिकन को उच्च-पदस्थ पादरियों को 1995 और साल 2004 में हटाना पड़ा ।
कनाडा:-
पादरियों के खिलाफ करीब 10 हजार शोषण के स्व-घोषित पीड़ितों ने मुआवजे के लिए प्रदर्शन किया ।
जर्मनी:-
साल 2010 से सैकड़ों कथित मामले सामने आए हैं । साल 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक, 1945 से 1990 के दशक के बीच चर्च में प्रार्थना करने वाले समूह के 547 पूर्व सदस्य पादरियों द्वारा यौन शोषण के पीड़ित थे ।
बेल्जियम:-
चर्च में 2012 के बाद से सैकड़ों यौन शोषण की शिकायतें मिली हैं ।
नीदरलैंड्स:-
पादरियों द्वारा 1945 से 2010 के बीच हजारों नाबालिगों के साथ यौन शोषण हुआ । करीब 800 संदिग्धों की पहचान हुई ।
आयरलैंड:-
14 हजार 500 बच्चों के पादरियों द्वारा यौन शोषण के पीड़ित होने की जानकारी दी गई ।
अमेरिका:-
1950 से 1980 के बीच 17 हजार शिकायतें मिलीं, जिनके मुताबिक 6 हजार 400 पादरियों ने यौन शोषण किया ।
आपको बता दें कि अभी हाल ही में हजारों बच्चों के साथ यौनशोषण का आरोप साबित होने पर अदालत ने करोड़ों का मुआवजा भरने को कहा, तब एक कैथोलिक चर्च के उच्च पदस्थ पादरी कार्डिनल टिमोथी का एक चौंकाने वाला बयान आया था, मिल्वौकी के Archdiocese (आर्चडियोज़) ने दावा किया है कि बाल यौन शोषण (बच्चों का बलात्कार) पादरियों के लिए एक “ईश्वर प्रदत्त (धार्मिक) स्वतंत्रता ‘है ।
पादरी का बयान कितना शर्मनाक है, ईसाई पादरी धर्मगुरु बनकर बैठे हैं और बच्चों के साथ दुष्कर्म करते हैं । जब #अदालत उन पर जुर्म लगाती है तब बयान देते हैं कि बच्चों का यौन शोषण करने की धार्मिक स्वतंत्रता है क्या ऐसे ईसाई के धर्मगुरु,लोगों का क्या भला करे पायेंगे?
धार्मिकता के नाम पर छोटे-छोटे बच्चों के साथ बलात्कार करना, दारू पीना, #मांस खाना, धर्म का पैसा शेयर बाजार में लगाना, लोगों का शोषण करना, कानून का पालन नही करना, समाज उत्थान कार्य के नाम पर भोले-भाले #हिन्दुओं का #धर्मांतरण करवाना और बोलते हैं कि ईसाई धर्म सबसे बड़ा धर्म है ।
सेक्युलर और मीडिया हिन्दू धर्म के पवित्र मंदिर, आश्रमों व साधु-संतों को बदनाम करते हैं, परंतु ईसाई पादरीयों के कुकर्म पर चुप रहते हैं क्योंकि उन्हें #वेटिकन सिटी से फंडिंग होता है ।
कन्नूर (कैरल) के कैथोलिक चर्च की एक नन सिस्टर मैरी चांडी ने #पादरियों और #ननों का #चर्च और उनके शिक्षण संस्थानों में व्याप्त व्यभिचार का जिक्र अपनी आत्मकथा ‘ननमा निरंजवले स्वस्ति’ में किया है कि ‘चर्च के भीतर की जिन्दगी आध्यात्मिकता के बजाय #वासना से भरी थी ।
हिंदुस्तानी ऐसे ईसाई पादरियों और उनका बचाव करने वाली मीडिया और सेक्युलर लोगो से सावधान रहें ।
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इसीलिए हिंदू संस्कृति और हिंदू धर्म, हिंदू संतों को बचाने की सख्त आवश्यकता है क्योंकि धरती पर हिंदू संस्कृति, धर्म,हिंदू संत नहीं रहेगे तो पूरी दुनिया में अमन चैन नहीं रहेगा अत्याचार और व्यभिचार ही रहेगा जल उठेगी दुनिया शांति बलिदान त्याग प्रेम यह हिंदू धर्म संस्कृति सिखाती है!!
कैथलिक चर्च की दया,शांतिऔर कल्याण की असलियत दुनिया के सामनेउजागर ही हो गयी है।मानवताऔर कल्याण के नाम पर क्रूरता का पोल खुल चुकी है।चर्च कुकर्मो की पाठशाला व सेक्स स्कैंडल काअड्डा बन गया है हिंदुस्तानी ऐसे ईसाई पादरियों औरउनका बचाव करने वाली मीडिया औरसेक्युलर लोगो से सावधान रहें
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