4 February 2024
हिन्दुओं को नीचा दिखाने की लगन और मुस्लिम परस्ती के नशे में मीडिया का एक बड़ा हिस्सा इस क़दर मदमस्त है कि उसे गलती से कहीं कोई अपराधी मुस्लिम समुदाय का या कई बार ईसाई भी दिख गया, तो ये पूरा गिरोह कुछ भी करके उस ख़बर को अपने दर्शकों/पाठकों के सामने ऐसा स्पिन देने की कोशिश में लग जाता है कि समुदाय विशेष का अपराध तो ढक ही जाए और साथ ही समूचा हिन्दू धर्म या कोई हिन्दू व्यक्ति निरपराध हो कर भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सवालों के घेरे में भी आ जाए।
आपको बता दें कि मुंबई के सेवरी में पुलिस ने ‘अबूबक़र मोहम्मद अली शेख’ नामक एक तथाकथित फकीर के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि अबूबकर मोहम्मद अली शेख लोगों की बीमारियाँ ठीक करने के नाम पर उन्हें झाँसा देता था, उनके नाम पर बकरे की कुर्बानी देता था, लाखों रुपए हड़पता था और फिर वो पैसे दरगाह में लुटाता था।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर में दिए नाम से साफ है कि ये धोखाधड़ी का काम एक ‘मुस्लिम व्यक्ति’ करता था। लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी खबर में इसे ऐसे पेश किया है जैसे कि वो कोई ‘तांत्रिक’ हो और उसी ने पीड़ितों को झूठ बोलकर उनसे धोखे से ‘बलि’ दिलवाई हो। हालाँकि, पुलिस रिपोर्ट पढ़ने के बाद यह साफ हुआ कि हिंदुस्तान टाइम्स किस तरह से इस खबर में शब्दों की हेर-फेर से हिन्दू समाज और संतो॔ के विरुद्ध भ्रामक संदेश देने का प्रयास कर रहा है।
रिपोर्ट में दिए गए पुलिस वर्जन के अनुसार, आरोपित का पूरा नाम अबूबक़र मोहम्मद अली शेख (32 वर्षीय) है। उसके खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा406, धारा420 और महाराष्ट्र अपराध रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम की धारा3 के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा उस पर मानव कुर्बानी और अमानवीय कृत्य, दुष्ट और अघोरी प्रथाएँ और काला जादू अधिनियम, 2013 के तहत भी केस दर्ज हुआ है।
मुस्लिम फकीर ने महिला से दिलवाई बकरे की कुर्बानी, लूटा 230 ग्राम सोना और 7 लाख रुपए… हिंदुस्तान टाइम्स ने ‘तांत्रिक’ लिख पाठकों को किया भ्रमितhttps://t.co/QDKdvBZCCK
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) February 1, 2024
रिपोर्ट में पुलिस के पास दर्ज शिकायत के हवाले से लिखा गया कि एक महिला के शरीर में हमेशा दर्द रहता था। कई डॉक्टरों से दिखवाने के बाद भी जब उसे आराम नहीं पड़ा तो उसने फकीर वेशधारी अबूबक़र से बात की। अबूबक़र ने उससे कहा कि वो पारंपरिक तरीकों से उसकी बीमारी का इलाज कर सकता है लेकिन इसके लिए वो 4 लाख रुपए लेगा और सोने के जेवर लेगा। इस क्रम में उसने एक बकरे की कुर्बानी भी दी। साथ ही पैसे लेकर दरगाह के बाहर बाँटे। इसके बाद उसने महिला को एक ताबीज़ दिया और कहा उसने ताबीज़ में झाड़-फूँक की है,जो उसके लिए अच्छी किस्मत लेकर आएगा।
उस ठग से मिलने के बाद महिला ने उससे घरेलू क्लेशों पर भी संपर्क करना शुरू कर दिया। महिला ने अपने एक रिश्तेदार को भी अबूबक़र के पास भेजा क्योंकि वो व्यक्ति अपने बेटे को संयुक्त राष्ट्र भेजना चाहता था। इसके लिए अबूबक़र ने उस महिला के रिश्तेदार से 1.70 लाख रुपए लिए। इतना ही नहीं, धोखेबाज अबूबक़र ने तो महिला के एक मित्र से ये भी कहा , कि वो कैंसर ठीक कर सकता है। फकीर ने उसे ये कहकर फँसाया , कि वो 12 दिन में मर जाएगा अगर उसके कहे अनुसार काम नहीं किया।
इसके अलावा उसने शिकायतकर्ता की एक दोस्त से भी पैसे ऐंठे । महिला की दोस्त के बच्चे का रोना नहीं रुक रहा था और वो बच्चे के कष्ट से व्यथित होकर उसे स्वस्थ और चुप करवाने के लिए अबूबक़र के पास ले गई थी।
लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के बाद जब लोगों को अपनी परेशानियों का समाधान नहीं मिला तो उन्होंने उस फकीर से सवाल किए, लेकिन फकीर ने उन्हें जवाब देने या पैसे लौटाने के बजाय नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस तक फकीर की हरकतों की जानकारी पहुँची। उन्होंने मार्च 2023 से जनवरी 2024 के बीच हुई धोखाधड़ी के मामलों को दर्ज किया और सबूत इकट्ठे करने शुरू किए। पुलिस को इस दौरान पता चला कि पीड़ितों ने अब तक इस फकीर को 230 ग्राम सोना दिया है और 7 लाख रुपए दिए हैं।
अब इसी ख़बर की सारी जानकारी रिपोर्ट करते हुए हिंदुस्तान टाइम्स ने शब्दों का कुत्सित खेल खेला… और कुछ इस तरह से खबर को पेश किया कि वह ठग मुस्लिम था इस पर फोकस ही न जाए, बल्कि हिन्दुओं को बदनाम करने का मसाला फ्री में तैयार हो जाए…
हिंदुस्तान टाइम्स की इस हरकत पर सोशल मीडिया पर भी आपत्ति उठाई गई।
” लेखिका मधु पूर्णिमा किश्वर ने रिपोर्ट लिखने वाले ‘रिपोर्टर विनय दालवी’ से पूछा है कि आखिर कोई ‘अली शेख’ तांत्रिक कैसे हो सकता है !? क्योंकि तंत्र तो हिन्दू ज्ञान परंपरा का भाग है! क्या अगली बार कोई ऐसी खबर होगी, जिसमें मौलवी रेप करता पकड़ा जाएगा तो उसे पुजारी लिख दिया जाएया। ”
बता दें कि यह कोई पहली ऐसी घटना नहीं है जो ईसाई अथवा मुस्लिम धर्मगुरु को हिंदू धर्मगुरु बताकर बदनाम किया गया हो! वामपंथी बिकाऊ मीडिया हमेंशा से यही करती आई है…
बिकाऊ मीडिया का एक ही लक्ष्य — सनातनधर्म को नीचा दिखाना !!
ये लोग ईसाई अथवा मुस्लिम धर्मगुरु के कुकृत्यों की खबर को भी ऐसे बना कर पेश करते हैं कि जनता का सारा फोकस हिन्दू साधु-संतों पर चला जाए और वो ही बदनाम हों !!
इनका मकसद होता है , ईसाई और मुस्लिम धर्मगुरुओं के दुष्कर्मो को छुपाना और पवित्र निर्दोष हिंदू साधू-संतों को बदनाम करना !!
ऐसा आखिर क्यों !?
क्योंकि उनको पता है हिंदू सहिष्णुता के नाम पर पलायनवादी और वर्ण व्यवस्था के नाम पर जातियों में बंट गए हैं । इसी का फायदा उठाकर ये विधर्मी , वामपंथी और मीडिया वाले हिंदू धर्म को हमेंशा बदनाम करते हैं।
अभी भी वक़्त है कि हम सर्तक हो जायें… और कुछ नहीं कर सकें तो कम से कम बिकाऊ वामपंथी मीडिया का बहिष्कार तो करें। उसके अखबार नहीं लें, उसके वेबसाइट, सोशल मीडिया प्लेटफार्म और टीवी देखना बंद कर दें । तभी इनकी अक्ल ठिकाने आएगी…
Follow on
https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/
Instagram:
http://instagram.com/AzaadBharatOrg
Twitter:
twitter.com/AzaadBharatOrg
Telegram:
https://t.me/ojasvihindustan
http://youtube.com/AzaadBharatOrg
Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ