March 19, 2018
ईसाइ मिशनरियां भारत मे तत्कालीन सरकार के समय जो हिन्दुओं का धर्मांतरण करवा रही थी वे अब वर्तमान सरकार में काफी कम हो गया है जिसके कारण ईसाई मिशनरियों ने बौखलाकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक पत्र लिखा है, और पत्र के जरिये डोनाल्ड ट्रंप को अपनी होने वाली सभा मे आमंत्रित किया है और आरएसएस को एक आतंकी संगठन बताय है ।
आइये आज आपको बताते हैं कि ईसाई मिशनरियों ने वो कौन सा पत्र लिखा है…
महामान्य, डॉ. डोनाल्ड जे. ट्रंप
USA के प्रमुख श्री
माननीय राष्ट्रपति जी
भारत की ओर से आपको कुशलक्षेम, एवं आपके भगवान जीसस क्राइस्ट के नाम मे आपकी अतुलनीय श्रद्धा को नमन
भारत मे क्रिस्चियन की सुरक्षा के लिए हमारा ‘क्रिस्चियन प्रोटेक्शन फेडरेशन ‘ की रचना की गई है।
जबसे राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा की गयी तब से ही हमने आपके महामहिम के विजय के लिए एवं अमेरिका के साथ- साथ पूरी दुनिया के राष्ट्रपति बने ऐसी प्रार्थना की थी।
हम आपके ध्यान में लाना चाहते है कि आजकल भारत मे हम क्रिस्चियन काफ़ी समस्याओं एवं निशानो का सामना कर रहे है। आतंकवादी समूह RSS (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) और RHP (राष्ट्रीय हिन्दू परिषद) क्रिस्चियन को धमकियां दे रहे है और दुर्व्यवहार कर रहे है
काफ़ी श्रद्धालुओ महिलाओं एवं बालको समेत मार दिए गए और जिंदा जला दिए गए हैं, काफ़ी सारे चर्च को भी तबाह किये गए और तोड़े दिए गए हैं।
महामहिम जी, फिलहाल भारत मे क्रिस्चियन के लिए कोई सुरक्षा नहीं है, वो भी पिछले 2 साल से।
केंद्र सरकार के एक मंत्री ने तो बहुत ही बहादुरी के साथ घोषित किया हैं कि, तीन साल के अंदर ही सारे क्रिस्चियन को भारत देश से बाहर निकाल दिया जाएगा या फिर नष्ट कर दिया जाएगा ।
इसलिए महामहिम जी हम क्रिस्चियन प्रोटेक्शन फेडरेशन (CPF) ने उस समूह के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु एक लीगल टीम और उच्च स्तरीय कमेटी की रचना भी की है।
महामहिम जी, हम हमेशा CPF के वार्षिक सभा का आयोजन करते है। इस वर्ष भी हम वार्षिक सभा का आयोजन करने जा रहे है, और हम महामहिम जी से आशा रखते है कि वो हमारे मुख्य अतिथि के रूप में पधार कर सभा का शोभा बढ़ाये।
हम महामहिम जी से आशा रखते है कि महामहिम जी हमारे वार्षिक सभा में पधारे और हमारे देश की मुलाकात लें तो भारत मे सब कुछ बदल सकता है,और क्रिस्चियन को भारत मे मज़बूत सुरक्षा भी मिल सकता है।
अतः फिर से हम महामहिम जी को प्रार्थना करते व आमंत्रण देते है कि आप भारत मे पधारें और हमारे CPF की सभा का मुख्य अतिथि के रूप में स्वीकार करें।
कृपया इस विषय मे परामर्श कर के उपाय करने की प्रार्थना करते है। कृपया वार्षिक सभा के लिए हम आपसे अनुकूल समय व दिन भी चाहते है।
आपसे हम अनुकूल उत्तर के अभिलाषी हैं।
दिनांक : 14.02.2018
ईसाई मिशनरियों ने जिस तरह डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर ईसाई समुदाय के लिए चिंता जताई है वो तथ्य हीन ही लग रही है जबकि उल्टा है आज भी भारत मे जगह-जगह पर ईसाई मिशनरियां सक्रिय है जो भारतवासियों को भय से या लालच देकर धर्मांतरण करवा रही है । उनका लक्ष्य है कि भारत को ईसाई राष्ट्र बनाना लेकिन उनका सपना पूरा होते दिख नही रहा है जिसके कारण अमरीका के राष्ट्रपति ट्रंप को भारत मे लाकर अपना वर्चव बढाना चाहते है और हिन्दुओं का दमन करना चाहते है ।
ईसाई धर्म तो ऊपर से देखने पर एक सभ्य, सुशिक्षित एवं शांतिप्रिय समाज लगता हैं। जिसका उद्देश्य ईसा मसीह की शिक्षाओं का प्रचार प्रसार एवं निर्धनों व दीनों की सेवा-सहायता करना हैं। इस मान्यता का कारण ईसाई समाज द्वारा बनाई गई छवि है।
यह कटु सत्य है कि ईसाई मिशनरियां विश्व के जिस किसी भी देश में गई हैं उस देश के निवासियों को उनके मूल धर्म को खामियां बताकर अपने धर्म मे जोड़ने की कोशिश करती रही । इस सुनियोजित नीति के बल पर वे अपने आपको श्रेष्ठ, सभ्य तथा दूसरों को निकृष्ट एवं असभ्य सिद्ध करते रहे हैं।
आपको बता दे कि चीन में जो ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण करवा रही थी तो चर्च ही तोड़ दिया गया।
भारत में तो ईसाई मिशनरियां खुल्लेआम धर्मान्तरण करवा रही है, हिन्दू देवी-देवताओं को गालियां बोल रही है, हिन्दू साधु-संतों को जेल में भिजवा रही है, कान्वेंट स्कूलों में भारत माता की जय बोलने से मना कर रही है, मेहंदी नही लगाने देती, हिन्दू त्यौहार मनाने को मना करती है, यहाँ तक कि हिन्दू त्यौहारों पर भी छुट्टियां नही दी जाती हैं और भारत माता की जय बोलने और हिन्दू त्यौहार मनाने पर उनको स्कूल से बाहर किया जाता है फिर भी सरकार उनपर कोई कार्यवाही नही करती है ।
मीडिया में भी ईसाई मिशनरियों का भारी फंडिग रहता है इसलिए मीडिया चर्च के पादरी कितने भी दुष्कर्म करें, उनके खिलाफ नही दिखाती जबकि कोई हिन्दू साधु-संत पर झूठा आरोप भी लग जाता है तो उसपर 24 घण्टे खबरें चलाती है।
भारत मे हिन्दुओं के खिलाफ इतना अत्याचार ईसाई मिशनरियां द्वारा हो रहा फिर भी कोई हिन्दू कुछ बोल नही रहा है और ये मिशनरियां ट्रंप के सामने घुटने टेकने लगी हैं की उनपर ही अत्याचार हो रहा है।
Christian missionaries r very dangerous to internal as well as external security of India.
All activities of Christian missionaries should be banned in India.
Christian Missionaries showing their true colors now
अब तो GOI को सख्त कदम उठाना ही चाहिए।