*पश्चिमी देशों में 25 दिसम्बर को क्रिसमस मनाते हैं, उसकी तैयारी पूर्व से होने लगती है। 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक क्रिसमस-डे के त्यौहार के नाम पर दारू पीना, मांस खाना, पार्टी में दुष्कर्म करना, महिलाओं से छेड़छाड़ी करना, लाऊड स्पीकर बजाना आदि सब अप्राकृतिक कार्य किये जाते है जिसके कारण वातावरण प्रदूषित होता है, स्वास्थ्य खराब होता है, आत्महत्यायें बढ़ती है।*
*ऐसे पाश्चात्य संस्कृति के त्यौहार को कुछ भोले भारतवासी भी मनाने लगे है पर अब धीरे-धीरे अपनी संस्कृति की तरफ लौट रहे हैं ।*
*पश्चिमी संस्कृति का क्रिसमस-डे मनाने जैसा त्यौहार नही है इसलिए भारत में ज्यादातर लोगों ने 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाने के लिए पहले से ही तुलसी पूजन शुरू कर दिया है, भारत ही नही बल्कि कई अन्य देशों में भी इस दिन को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है ।
*ट्वीटर पर भी रविवार को #25thDecemberTulsiPoojanDiwas हैशटैग के जरिये लगातार ट्वीट्स देखने को मिल रही हैं । ये हैशटैग टॉप ट्रेंड में अपना स्थान बनाये हुए है ।*
*आइये जानते हैं कि क्या कहना चाह रहे हैं ये लोग ट्वीटर के माध्यम से…*
◆ *श्याम सोनी ने लिखा है कि 25 दिसम्बर को प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जाएगा,इस दिन सार्वजनिक स्थानों,विद्यालयों और महाविद्यालयों में तुलसी की महत्ता बतायी जाती है।*
◆ *सुरेन्द्र ने लिखा है कि The Great Sant Shri Asaram Bapu Ji के संस्कृति रक्षक प्रयासों से आज देश का बच्चा-बच्चा अपनी संस्कृति से जुड़ रहा है, इसकी महानता समझ पा रहा है एवं अपनी संस्कृति का सम्मान कर रहा है।*
◆ *बंटी पटेल लिखते है कि दिशा विहीन पश्चिमी संस्कृति की कुरीतियों से भारत को बचाने के लिए Sant Shri Asaram Bapu Ji ने 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस मनाने की पावन प्रेरणा देकर राष्ट्र एवं सनातन संस्कृति की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान की है।*
◆ *कुशु पटेल ने ट्वीट किया है कि तुलसी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है,बुद्धि बढ़ती है। यदि तुलसी के पत्तो का नियमित सेवन किया जाए तो कैंसर जैसे रोग कभी नही होगा। अतः #25thDecemberTulsiPoojanDiwas सभी जरूर मनाये।*
◆ *महेश साहनी लिखते है कि तुलसी जीते जी तो हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करती है पर मरने के बाद भी मुक्ति प्रदान करती है। तुलसी के सेवन से अनेक गंभीर बीमारियों में भी फायदा होता है। एसी परम ल्याणकारी तुलसी माता का हमे पूजन अवश्य करना चाहिये। तो आओ मनाए* #25thDecemberTulsiPoojanDiwas
◆ *जय सिंह ने लिखा कि तुलसी पूजन दिवस की शुरुवात Sant Shri Asaram Bapu Ji ने वर्ष 2014 में की थी। तुलसी उत्तम अवसादरोधक एवं उत्साह, स्फूर्ति, सात्त्विकता वर्धक होने से यह पर्व मनाना वरदानतुल्य साबित होता है।*
*इसी प्रकार से हजारों ट्वीटस हमें देखने को मिली । जिसमें सभी लोग क्रिसमस नही बल्कि तुलसी पूजन दिवस मनाने की बात कहने के साथ-साथ खुद की तुलसी पूजन करके फोटोज अपलोड कर रहे हैं ।*
*केवल भारत के ही लोग नही बल्कि कैलिफोर्निया, दुबई आदि से भी लोग तुलसी पूजन करके ट्वीटस कर रहे हैं ।*
*आपको बता दें कि 25 दिसम्बर से 1 जनवरी के दौरान शराब आदि नशीले पदार्थों का सेवन, आत्महत्या जैसी घटनाएँ, युवाधन की तबाही एवं अवांछनीय कृत्य खूब होते हैं इसलिए देश में सुख, सौहार्द, शांति बढ़े व जन-समाज का जीवन स्वस्थ और मंगलमय हो इस उद्देश्य से हिन्दू संत आसाराम बापू की प्रेरणा से वर्ष 2014 से 25 दिसम्बर को ‘तुलसी पूजन दिवस मनाना प्रारम्भ हुआ । इस पर्व को जनता ने खूब सराहा और इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की । इस पर्व की लोकप्रियता विश्वस्तर पर देखी गयी ।*
*विदेशों में भी होती है तुलसी पूजा*
*मात्र भारत में ही नहीं वरन् विश्व के कई अन्य देशों में भी तुलसी को पूजनीय व शुभ माना गया है। ग्रीस में इस्टर्न चर्च नामक सम्प्रदाय में तुलसी की पूजा होती थी और सेंट बेजिल जयंती के दिन नूतन वर्ष भाग्यशाली हो इस भावना से चढ़ायी गयी तुलसी के प्रसाद को स्त्रियाँ अपने घर ले जाती थीं।*
*विज्ञान ने विभिन्न शोधों के आधार पर माना है कि तुलसी एक बेहतरीन रोगाणुरोधी, तनावरोधी, दर्द-निवारक, मधुमेहरोधी, ज्वरनाशक, कैंसरनाशक, चिंता-निवारक, अवसादरोधी, विकिरण-रक्षक है। तुलसी इतने सारे गुणों से भरपूर है कि इसकी महिमा अवर्णनीय है। पद्म पुराण में भगवान शिव कहते हैं “तुलसी के सम्पूर्ण गुणों का वर्णन तो बहुत अधिक समय लगाने पर भी नहीं हो सकता।”*
*अपने घर में, आस पड़ोस में अधिक-से-अधिक संख्या में तुलसी के पौधे लगाना-लगवाना माना हजारों-लाखों रूपयों का स्वास्थ्य खर्च बचाना है, पर्यावरण-रक्षा करना है।*
*अतः विष्णुप्रिया तुलसी मां का पौधा हर घर में होनी चाहिए । आज से हमें संकल्प लेना चाहिए कि 25 दिसम्बर को तुलसी जी की पूजा करके उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करेंगे ।*
*पश्चिमी देशों में 25 दिसम्बर को क्रिसमस मनाते हैं, उसकी तैयारी पूर्व से होने लगती है। 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक क्रिसमस-डे के त्यौहार के नाम पर दारू पीना, मांस खाना, पार्टी में दुष्कर्म करना, महिलाओं से छेड़छाड़ी करना, लाऊड स्पीकर बजाना आदि सब अप्राकृतिक कार्य किये जाते है जिसके कारण वातावरण प्रदूषित होता है, स्वास्थ्य खराब होता है, आत्महत्यायें बढ़ती है।*
*ऐसे पाश्चात्य संस्कृति के त्यौहार को कुछ भोले भारतवासी भी मनाने लगे है पर अब धीरे-धीरे अपनी संस्कृति की तरफ लौट रहे हैं ।*
*पश्चिमी संस्कृति का क्रिसमस-डे मनाने जैसा त्यौहार नही है इसलिए भारत में ज्यादातर लोगों ने 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाने के लिए पहले से ही तुलसी पूजन शुरू कर दिया है, भारत ही नही बल्कि कई अन्य देशों में भी इस दिन को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है ।*
*ट्वीटर पर भी रविवार को #25thDecemberTulsiPoojanDiwas हैशटैग के जरिये लगातार ट्वीट्स देखने को मिल रही हैं । ये हैशटैग टॉप ट्रेंड में अपना स्थान बनाये हुए है ।*
*आइये जानते हैं कि क्या कहना चाह रहे हैं ये लोग ट्वीटर के माध्यम से…*
◆ *श्याम सोनी ने लिखा है कि 25 दिसम्बर को प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जाएगा,इस दिन सार्वजनिक स्थानों,विद्यालयों और महाविद्यालयों में तुलसी की महत्ता बतायी जाती है।*
◆ *सुरेन्द्र ने लिखा है कि The Great Sant Shri Asaram Bapu Ji के संस्कृति रक्षक प्रयासों से आज देश का बच्चा-बच्चा अपनी संस्कृति से जुड़ रहा है, इसकी महानता समझ पा रहा है एवं अपनी संस्कृति का सम्मान कर रहा है।*
◆ *बंटी पटेल लिखते है कि दिशा विहीन पश्चिमी संस्कृति की कुरीतियों से भारत को बचाने के लिए Sant Shri Asaram Bapu Ji ने 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस मनाने की पावन प्रेरणा देकर राष्ट्र एवं सनातन संस्कृति की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान की है।*
◆ *कुशु पटेल ने ट्वीट किया है कि तुलसी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है,बुद्धि बढ़ती है। यदि तुलसी के पत्तो का नियमित सेवन किया जाए तो कैंसर जैसे रोग कभी नही होगा। अतः #25thDecemberTulsiPoojanDiwas सभी जरूर मनाये।*
◆ *महेश साहनी लिखते है कि तुलसी जीते जी तो हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करती है पर मरने के बाद भी मुक्ति प्रदान करती है। तुलसी के सेवन से अनेक गंभीर बीमारियों में भी फायदा होता है। एसी परम ल्याणकारी तुलसी माता का हमे पूजन अवश्य करना चाहिये। तो आओ मनाए* #25thDecemberTulsiPoojanDiwas
◆ *जय सिंह ने लिखा कि तुलसी पूजन दिवस की शुरुवात Sant Shri Asaram Bapu Ji ने वर्ष 2014 में की थी। तुलसी उत्तम अवसादरोधक एवं उत्साह, स्फूर्ति, सात्त्विकता वर्धक होने से यह पर्व मनाना वरदानतुल्य साबित होता है।*
*इसी प्रकार से हजारों ट्वीटस हमें देखने को मिली । जिसमें सभी लोग क्रिसमस नही बल्कि तुलसी पूजन दिवस मनाने की बात कहने के साथ-साथ खुद की तुलसी पूजन करके फोटोज अपलोड कर रहे हैं ।*
*केवल भारत के ही लोग नही बल्कि कैलिफोर्निया, दुबई आदि से भी लोग तुलसी पूजन करके ट्वीटस कर रहे हैं ।*
*आपको बता दें कि 25 दिसम्बर से 1 जनवरी के दौरान शराब आदि नशीले पदार्थों का सेवन, आत्महत्या जैसी घटनाएँ, युवाधन की तबाही एवं अवांछनीय कृत्य खूब होते हैं इसलिए देश में सुख, सौहार्द, शांति बढ़े व जन-समाज का जीवन स्वस्थ और मंगलमय हो इस उद्देश्य से हिन्दू संत आसाराम बापू की प्रेरणा से वर्ष 2014 से 25 दिसम्बर को ‘तुलसी पूजन दिवस मनाना प्रारम्भ हुआ । इस पर्व को जनता ने खूब सराहा और इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की । इस पर्व की लोकप्रियता विश्वस्तर पर देखी गयी ।*
*विदेशों में भी होती है तुलसी पूजा*
*मात्र भारत में ही नहीं वरन् विश्व के कई अन्य देशों में भी तुलसी को पूजनीय व शुभ माना गया है। ग्रीस में इस्टर्न चर्च नामक सम्प्रदाय में तुलसी की पूजा होती थी और सेंट बेजिल जयंती के दिन नूतन वर्ष भाग्यशाली हो इस भावना से चढ़ायी गयी तुलसी के प्रसाद को स्त्रियाँ अपने घर ले जाती थीं।*
*विज्ञान ने विभिन्न शोधों के आधार पर माना है कि तुलसी एक बेहतरीन रोगाणुरोधी, तनावरोधी, दर्द-निवारक, मधुमेहरोधी, ज्वरनाशक, कैंसरनाशक, चिंता-निवारक, अवसादरोधी, विकिरण-रक्षक है। तुलसी इतने सारे गुणों से भरपूर है कि इसकी महिमा अवर्णनीय है। पद्म पुराण में भगवान शिव कहते हैं “तुलसी के सम्पूर्ण गुणों का वर्णन तो बहुत अधिक समय लगाने पर भी नहीं हो सकता।”*
*अपने घर में, आस पड़ोस में अधिक-से-अधिक संख्या में तुलसी के पौधे लगाना-लगवाना माना हजारों-लाखों रूपयों का स्वास्थ्य खर्च बचाना है, पर्यावरण-रक्षा करना है।*
*अतः विष्णुप्रिया तुलसी मां का पौधा हर घर में होनी चाहिए । आज से हमें संकल्प लेना चाहिए कि 25 दिसम्बर को तुलसी जी की पूजा करके उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करेंगे ।*