10 मिनट में दूध हो जाता है तैयार, शेम्पू , रिफाइन, ग्लूकोज, कलर से….

12 September 2022

Home

🚩दूध में पानी मिलाने, यूरिया और फार्मोलिन डालकर बेचने का फार्मूला अब पुराना हो चुका है। अब दूध कारोबारी नकली दूध बनाकर उसे असली दूध में मिलाकर धड़ल्ले से बेच रहे हैं। यह नकली दूध शेम्पू, रिफाइन, ग्लूकोज और फैब्रिक्स कलर के मिश्रण से बनता है जो बिल्कुल असली दूध की तरह दिखता है।

🚩इसलिए पेकिंग वाले नकली दूध से सावधान! अपने आसपास के किसान से ही देशी गाय का दूध खरीद के पिए।

🚩यह नकली दूध शेम्पू , रिफाइन, ग्लूकोज और फैब्रिक्स कलर के मिश्रण से बनता है जो बिल्कुल असली दूध की तरह दिखता है। 50 रुपए के खर्च में कारोबारी इसे इस तरह तैयार करते हैं कि लैक्टोमीटर भी दूध को सही बताता है। इसकी पुष्टि तब हो गई, जब इसे विक्रमशिला दुग्ध डेयरी (सुधा) के प्लांट में लैक्टोमीटर पर चेक किया गया। इसमें अमूमन 3.2 स्केल आने पर दूध शुद्ध माना जाता है। मिलावटी दूध को जब लैक्टोमीटर पर मापा गया तब इसका 4.0 स्केल आया। इस दूध को भी शुद्ध माना गया। इस दूध को असली दूध में मिलाकर बेचा जाता है।

🚩बिहार-झारखंड के बॉर्डर पर नदी किनारे का बकिया गांव नकली दूध तैयार करने के लिए फेमस है। यहां जितने भी दूध कारोबारी हैं, वे असली दूध में हिसाब से नकली दूध का मिश्रण कर नाव, ट्रेन व साइकिल से दूर-दराज के इलाकों में बेचते हैं। दाम कम होने के कारण इस दूध की सबसे ज्यादा खपत चाय व मिठाई की दुकानों में होती है। सोशल मीडिया टीम को कुछ दिन पहले भागलपुर में एक दुकानदार ने बताया कि नकली दूध के कारोबारी उसके यहां से शेम्पू, रिफाइन, ग्लूकोज और फैब्रिक्स कलर खरीद कर नकली दूध बनाते हैं। इसके बाद टीम बकिया गांव पहुंची और कारोबारी राधे यादव से बात की। उसने पहचान छुपाने की शर्त पर नकली दूध के पूरे फार्मूले को बताया।

🚩ऐसे बनता है नकली दूध

🚩पहले ऊनी कपड़े धोने की लिक्विड ईजी को साफ बरतन में रिफाइन के साथ मिलाया जाता है, फिर ग्लूकोज डाला जाता है। 2 से 4 मिनट मिश्रण के बाद पानी मिलाया जाता है। अंत में फैब्रिक्स डालकर सफेद कलर को बिल्कुल दूध जैसा बनाया जाता है। 10 मिनट में नकली दूध तैयार हो जाता है। 100 लीटर दूध में 20 लीटर नकली दूध मिलाया जाता है। इस दूध को बनाने में 3 से 4 लोग शामिल होते हैं।

🚩फार्मूला नंबर 1 : बड़े बर्तन में शैंपू डालकर उसमें आधा लीटर रिफाइंड ऑयल मिलाया जाता है। फिर आधा लीटर असली दूध डाला जाता है। गाढ़ा करने के लिए चीनी का बुरादा और एक बाल्टी पानी मिलाया जाता है। इससे उतनी ही घी या खोआ मिलता है। जितना असली से।

🚩फार्मूला नंबर 2 : ईजी लिक्विड में सिंघारे का आटा और रिफाइन ऑयल मिलाया जाता है। फिर खाने का सोडा, मिल्क पाउडर, ग्लूकोज और थोड़ी सी इलाइची का पानी मिलाया जाता है।

🚩ऐसे करें नकली दूध की पहचान

🚩1. यदि दूध उबालने के बाद उसकी छाली प्लास्टिक जैसी पतली उतरे तब समझिये दूध में मिलावट है।

🚩2. टाइल्स के टुकड़े पर कच्चे दूध की कुछ बूंदें गिराएं। यदि एक लाइन में उसकी धार नहीं गिरती है, तब समझिए दूध में मिलावट है।

🚩3. अरहर की दाल के पाउडर को 5 मिनट तक कच्चा दूध में डालें। यदि रंग लाल होता है तो समझिए कि दूध में मिलावट है।

🚩4. बरतन या टेस्ट ट्यूब में थोड़ा दूध लें और पानी मिलाएं, फिर हिलाएं। अगर सर्फ, होगा तो हल्का झाग बनेगा।

🚩5.दूध में एक-दो बूंद आयोडिन टिंचर डालें। यदि दूध का रंग हल्का ब्लू दिखता है तो समझें नकली का मिलावट है।

🚩6. दो अंगुलियों के बीच दूध की बूंदें लें और उसे मसलें। साबून जैसी फील आएगी और अंगुलियों में लगा दूध हल्का पीला दिखेगा।

🚩7. कच्चा दूध यदि चखने पर कड़वा लगे तो नकली दूध हैं।

🚩दूध पीना सेहत के लिए अत्यंत आवश्यक है इसलिए अपने आसपास के में देशी गाय का दूध ढूंढ ले और इससे पीना शुरू कर दे जिससे स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, मन प्रसन्न रहेगा और किसान को रोजगार मिलेगा।

🔺 Follow on

🔺 Facebook
https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/

🔺Instagram:
http://instagram.com/AzaadBharatOrg

🔺 Twitter:
twitter.com/AzaadBharatOrg

🔺 Telegram:
https://t.me/ojasvihindustan

🔺http://youtube.com/AzaadBharatOrg

🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Translate »