03 अगस्त 2019
http://azaadbharat.org
http://azaadbharat.org
1097
स्त्रोत : ज़ी न्युज
“बाईबल का मैंने यथार्थ अभ्यास किया है, उसमें जो दिव्यज्ञान लिखा है वह केवल गीता के उद्धरण के रूप में है । मैं ईसाई होते हुए भी गीता के प्रति इतना सारा आदरभाव इसलिए रखता हूँ क्योंकि जिन गूढ़ प्रश्नों का समाधान पाश्चात्य लोग अभी तक नहीं खोज पाए हैं, उनका समाधान गीता ग्रंथ ने शुद्ध और सरल रीति से दिया है । उसमें कई सूत्र अलौकिक उपदेशों से भरपूर लगे इसीलिए गीता जी मेरे लिए साक्षात् योगेश्वरी माता बन रही हैं । वह तो विश्व के तमाम धन से भी नहीं खरीदा जा सके, ऐसा भारतवर्ष का अमूल्य खजाना है ।”
Youtube : https://goo.gl/XU8FPk
Twitter : https://goo.gl/kfprSt
Instagram : https://goo.gl/JyyHmf
Blogger : http://azaadbharatofficial. blogspot.com
Word Press : https://goo.gl/ayGpTG
Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ