5 मार्च 2019
नारियों की सुरक्षा हेतु बलात्कार-निरोधक नये कानून बनाये गये । परंतु दहेज विरोधी कानून की तरह इसका भी भयंकर दुरुपयोग हो रहा है । कुछ दिन पहले प्रतापगढ़ जिला एवं सेशन न्यायाधीश राजेन्द्र सिंह ने बताया कि दलालों द्वारा प्रतिवर्ष काफी संख्या में बालिकाओं तथा महिलाओं द्वारा दुष्कर्म के प्रकरण दर्ज कराए जाते हैं । जिसमें अनुसंधान के बाद अभियुक्तों के विरूद्ध आरोप पत्र प्रस्तुत किए जाते हैं । न्यायालय में गवाही के दौरान 90 प्रतिशत मामलों में पीड़ितायें मुकर जाती हैं । जिसमें खेत, सम्पत्ति व रास्ते की रंजिश पारिवारिक अथवा अन्य कारणों से अथवा अभियुक्त को ब्लेकमेल कर रुपए ऐंठने के लिए झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी ऐसी स्थिति पाई जाती है । पीड़िताएं न्यायालय में स्वयं के द्वारा दी गई रिपोर्ट का भी समर्थन नहीं करती हैं ।
आपको बता दें कि कुरुक्षेत्र में भी अभी हाल ही एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें पहले तो एक निर्दोष शख्स पर झूठा बलात्कार का आरोप लगाया गया और फिर बयान को वापस लेने के लिए एक बड़ी रकम की मांग की जा रही है |
हरियाणा के करनाल जिले में एक और हनी ट्रैप का मामला सामने आया है | थाना सिविल लाइन पुलिस ने एक युवक को ढाई लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया है । आरोपी अपनी महिला सहयोगी के साथ मिलकर रेप के झूठे मामले को रफा-दफा करवाने के एवज में शिकायतकर्ता से पैसों की मांग कर रहा था । मामले में पुलिस की मानें तो पकड़ा गया आरोपी पेशे से वकील है और कुरुक्षेत्र में प्रैक्टिस कर रहा है ।
कुरुक्षेत्र पुलिसथाने में दर्ज जीरो FIR के झूठे रेप के मामले को वापस लेने की एवज में बयान बदलने को लेकर आरोपी शिकायतकर्ता से 7 लाख रुपए मांग रहा था, जिसे थाना सिविल लाइन पुलिस ने सेक्टर 12 करनाल में ढाई लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार कर लिया ।
आरोपी को अदलात में पेश करने के बाद रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी । वहीं आरोपी वकील की सहयोगी महिला साथी पुलिस की पकड़ से बाहर है । पुलिस जल्द ही उसे पकड़ने की बात कह रही है । सिविल लाइन थाना प्रभारी मोहन लाल का कहना है कि आरोपी वकील ने एक लड़की के साथ मिलकर नंदोई के खिलाफ रेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था । अब वो उनसे मुकदमा वापस लेने के एवज में 7 लाख रुपए की मांग कर रहे थे । क्योंकि इस वकील (आरोपी) और उसकी एक महिला साथी ने शिकयातकर्ता के खिलाफ एक मामला दर्ज करवाया था । इसमें महिला के बयान और मामले को खत्म करने को लेकर यह वकील (आरोपी) उससे पैसे मांग रहा था । शिकयात मिलने पर मामले में शीघ्र कार्यवाही करते हुए आरोपी को पकड़ लिया गया । फिलहाल, शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी गई है ।
बता दें कि यह खबर पिछले महीने की है पर न जाने ऐसे कितने झूठे केस होते हैं जिससे निर्दोष लोगों की जिदंगी खराब होती है ।
महिलाओं कि सुरक्षा के लिए कानून जरूरी है परंतु आज साजिश या प्रतिशोध की भावनाओं से निर्दोष लोगों को फँसाने के लिए बलात्कार के आरोप लगाकर कानून का भयंकर दूरुपयोग हो रहा है ।
न्यायाधीश निवेदिता शर्मा ने बताया कि पुरूषों के खिलाफ रेप के झूठे मामलों से बचाने के लिए ऐसे कानून बनाये जाये जो उन्हें बचा सके ।
निर्दोष लोगों को फँसाने के लिए बलात्कार के नये कानूनों का व्यापक स्तर पर हो रहा इस्तेमाल आज समाज के लिए एक चिंतनीय विषय बन गया है । राष्ट्रहित में क्रांतिकारी पहल करनेवाली सुप्रतिष्ठित हस्तियों, संतों-महापुरुषों एवं समाज के आगेवानों के खिलाफ इन कानूनों का राष्ट्र एवं संस्कृति विरोधी ताकतों द्वारा कूटनीतिपूर्वक अंधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है । इसको रोकने के लिए कानून में संशोधन करना अत्यंत जरूरी है ।
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