07 September 2023
🚩भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक जन्माष्टमी, सिर्फ भारत में ही नहीं दुनियाभर में मनाई जाती है। नटखट कन्हैया की लीलाओं के चर्चे सिर्फ भारत ही नहीं कई देशों में फैली हुई हैं। विश्व के कई देशों हिंदुओं के इस प्रमुख त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। साथ ही कई जगह तो माखनचोर कान्हा के भव्य मंदिर भी मौजूद हैं।
🚩जन्माष्टमी पर्व को भगवान श्रीकृष्ण के अवतार के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। जन्माष्टमी को भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी पूरी आस्था व उल्लास से मनाते हैं।
🚩भारत समेत विश्व के कई देशों में कृष्ण भक्त भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिन मनाते हैं। हालांकि आपको बता दें कि एक ऐसा भी मुस्लिम बहुल देश है,जहां जन्माष्टमी के दिन देश में अधिकारिक छुट्टी होती है। भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में जन्माष्टमी के दिन नेशनल हॉलीडे होता है। कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पुराने ढाका शहर के ढाकेश्वरी मंदिर में जन्माष्टमी बड़े धूम धाम से मनायी जाती है।
🚩ढाका में इस उत्सव की शुरुआत साल 1902 में हुई थी, लेकिन 1948 में ढाका पाकिस्तान का हिस्सा बनने के बाद इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। हालांकि जब बांग्लादेश पाकिस्तान से आजाद हुआ तो साल 1989 से एक बार फिर यह उत्सव मनाया जाने लगा।
🚩कैरेबियाई देशों में भी रहती है धूम । भारत के बाद जन्माष्टमी का सबसे बड़ा उत्सव कैरेबियाई राष्ट्रों में होता है। कैरेबियाई देश गुयाना, त्रिनानद एंड टोबागो, जमैका और सुरीनाम में जन्माष्टमी का बड़े पैमाने पर जश्न होता है।
🚩नेपाल:
नेपाल में जन्माष्टमी भारत की तरह ही मनाई जाती है। यहां काफी संख्या में लोग इसे मनाते हैं।
🚩अमेरिका
अमेरिका में भी जन्माष्टमी विशेष रूप में मनाई जाती है। यहां पर बीसवीं सदी के एक प्रसिद्ध गौडीय वैष्णव गुरु तथा धर्मप्रचारक श्रील भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने कृष्ण भक्ति का अनोखा माहौल बनाया था जो आज भी यहां पर देखने को मिलता है। अमेरिका में जन्माष्टमी के दिन सुबह से ही यहां पर कुछ खास मंदिरों में लोगों की भीड़ी होने लगती है। यहां पर यूरेपियन व एशियन लोग रंग बिरंगे कपड़ो को पहनकर जन्माष्टमी पर होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। भारत की तरह ही यहां भी आधी रात में जन्मोत्सव मनाया जता है और प्रसाद आदि वितरित होता है। प्रसाद में दूध से बने प्रोडक्ट बांटे जाते हैं।
🚩कनाडा:
कनाडा के टोरंटो में भी जन्माष्टमी पर काफी जोश दिखाई देता है। कनाडा में काफी संख्या में भारतीय लोग रहते हैं। जिससे यहां पर भी पूरे रीतिरिवाज के साथ यह त्योहार मनाया जाता है। लोग एक जगह पर इकट्ठा होते हैं। राधा कृष्ण के मंदिरों में लोग श्लोक आदि बोलकर पूजा करते हैं। इसके अलावा यहां पर मंदिरों में रातभर भक्ति से भरे कार्यक्रम आदि होते हैं। जिनमें डांस म्यूजिक आदि का बोलबाला होता है। इसके अलावा लोग घरों में भी इसका कृष्ण जन्म मनाया जाता है। इसके अलावा यहां पर आधी रात में प्रसाद वितरित किया जाता है।
🚩मलेशिया:
मलेशिया में भी जन्माष्टमी का खास प्रभाव है। यहां पर मुस्लिम कम्यूनिटी होने के बाद भी इसका बड़ा महत्व है। यहां पर लगभग 2 करोड़ दक्षिण भारतीय लोग रहते हैं। जिससे यहां पर कृष्ण भक्ति का विंहगम दृश्य देखने को मिलता है। यहां पर इस त्योहार की चमक कई दिनों तक देखने को मिलती है। रात के समय जन्म मनाने के साथ आरती भजन आदि होते हैं। मंदिर में मौजूद भक्तों को प्रसाद आदि वितरित किया जाता है। प्रसाद में फल, मिठाई के साथ और भी कई स्पेशल चीजे वितरित की जाती हैं।
🚩 सिंगापुर:
जन्माष्टमी का असर सिंगापुर में भी दिखाई देता है। हालांकि यहां भी कई विभिन्न समुदाय और संस्कृति के लोग रहते हैं, लेकिन बावजूद इसके जन्माष्टमी का असर काफी शानदार है। यहां पर मनाए जाने वाले इस त्योहार में भारत की एक विशाल तस्वीर दिखाई है। यहां पर कृ्ष्णा जन्माष्टमी पर झांकी आदि सजाई जाती है। इसके अलावा यहां के मंदिरों में भव्य तरीके से कृष्ण जन्म मनाया जाता है। जन्म के समय मंत्र आदि जपे जाते हैं। इसके बाद आरती और जयकारे लगाए जाते हैं। यहां पर भारत की तरह ही त्योहार का समापन होता है। इस दौरान कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित होती है।
🚩पैरिस
🚩जन्माष्टमी के दिन इस शहर में स्थित राधा पैरिसीसवारा मंदिर में खूब धूमधाम से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाया जाता है। यहां व्रत किए हुए भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते लोग आपको दिख जाएंगे।
🚩न्यूज़ीलैंड
न्यूज़ीलैंड ऑस्ट्रेलिया के पास स्थित देश है. ‘सिटी ऑफ सेल्स’ के नाम से मशहूर न्यूज़ीलैंड के शहर ऑकलैंड में भगवान श्रीकृष्ण और राधा का लोकप्रिय मंदिर स्थित है। जन्माष्टमी के दिन इसकी खूबसूरती देखते बनती है। इस दिन मध्यरात्रि में, मंदिर रोशनी, प्रार्थना और भक्ति संगीत के साथ उत्सव में रमा हुआ रहता है। न्यूजीलैंड में रहने वाले सबसे अधिक भारतीय ऑकलैंड शहर में ही रहते हैं।
🚩ऑस्ट्रेलिया में भी धूम-धाम से जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है ।
🚩निर्गुण, निराकार, माया को वश करने वाले, जीवमात्र के परम सुहृद प्रकट हुए, वह पावन दिन ‘जन्माष्टमी है ।
🚩भगवान श्री कृष्ण का साधु पुरुषों का उद्धार तथा दुष्कृत करनेवालों का विनाश करने के लिए अवतार होता है । तमाम परेशानियों के बीच रहकर भी श्रीकृष्ण जैसी मधुरता और चित्त की समता को बनाये रखने का संदेश जन्माष्टमी देती है ।
🚩श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव तब पूर्ण माना जायेगा जब हम उनके सिद्धांतों को जीवन में उतारेगें ।
🚩आज संकल्प करें कि ‘गीता के संदेश आत्मज्ञान के अमृत को हम जीवन मे लायेंगे और विश्व में भी इस का प्रचार करेंगे ।
🚩जन्माष्टमी का व्रत करने से 1000 एकादशी व्रत करने का फल मिलता है और 100 जन्मों के पाप नष्ट हो जाते है ।
🚩जन्माष्टमी की रात्रि को भगवान नाम के जप करने से मंत्र सिद्धि मिलती है।
🚩जप,तप,उपवास और भगवान के नाम का जप ,कीर्तन करके ऐसे पावन पर्व का लाभ सभी को लेना चाहिए। जय श्रीकृष्ण
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