हिन्दू साधुओं की हत्या लगातार जारी है, सैकड़ों साधुओं की हो गई है हत्या..

13 नवम्बर 2018
भारतीय संस्कृति महान एवं प्राचीन है लेकिन राक्षसी स्वभाव के लोगों को सनातन संस्कृति कांटे की नाई चुभ रही है इसलिए इसे नष्ट करने के लिए अनेक कुठाराघात किये पर अभी भी सनातन संस्कृति अडिग है क्योंकि इस संस्कृति के रक्षक स्वयं भगवान एवं साधु-संत हैं, जिसकी वजह से ऐसे घोर कलिकाल में भी करोड़ों लोगों की आस्था साधू-संतो के प्रति है और वे सनातन संस्कृति को लोगों के दिल मे प्रगटाते रहते है जिसके कारण दुष्ट स्वभाव के लोग सफल नहीं हो पा रहे हैं ।
दुष्ट स्वभाव के लोगों ने देखा कि अगर भारतीय संस्कृति को खत्म करना है तो सबसे पहले उनके रक्षक साधु-संतों के प्रति लोगों की श्रद्धा खत्म करो जिसके लिए मीडिया द्वारा बदनाम करो या झूठे केस द्वारा जेल भिजवा दो अथवा हत्या कर दो जिससे आसानी से हिन्दू संस्कृति को खत्म करके धर्मान्तरण कर सकें एवं जिहाद फैला सकें और मंदिर की जगा चर्च या मस्जिद बनाकर उनका धर्म आसानी से फैला सकें ।
The murder of Hindu sadhus continues,
hundreds of sadhus have become murderers.
आपको बता दें कि पिछले 4 महीनों से जारी, हिन्दू साधू, मंदिर के पुजारियों के नरसंहार का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है तथा एक के बाद देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दू साधुओं की क्रूरतम तरीके से हत्याएं की जा रही है । उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से साधुओं की जो हत्याएं शुरू हुईं थी उसी की पुनरावृत्ति अब योगेश्वर श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में दोहराई गई है जहाँ एक हनुमान मंदिर के महंत की तालिबानी अंदाज में गला रेतकर क्रूरतम तरीके से हत्या कर दी गई ।
खबर के मुताबिक़, मथुरा के कोसीकलां गांव चौंडरस में हनुमान मंदिर के महंत की बदमाशों ने गला घोंटकर हत्या कर दी । सुबह मंदिर पहुंचे ग्रामीणों को घटना की जानकारी हुई तो गांव में सनसनी फैल गई ।  मामले को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा किया तो सीओ ने ग्रामीणों को समझाकर शांत किया । पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । गांव चौंडरस में बने हनुमान मंदिर पर पिछले कई वर्षों से रहकर सेवा पूजा कर रहे महंत हरिदास की रात में बदमाशों ने गला घोंटकर हत्या कर दी ।  उनके गले पर निशान मिले हैं, उनका शव मंदिर परिसर के तख्त पर पड़ा मिला, करीब 50 वर्षीय महंत हरिदास अलीगढ़ जनपद की तहसील टप्पल के गांव मारब के रहने वाले थे ।
ग्रामीणों के अनुसार सुबह ग्रामीण पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे तो तख्त पर महंत का शव पड़ा हुआ मिला ।  इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई । ग्रामीणों की सूचना पर सीओ छाता जगदीश कालीरमन फोर्स के साथ पहुंच गए । वहां ग्रामीणों ने हत्यारों का पता लगाने के लिए हंगामा किया । सीओ ने ग्रामीणों को समझाया और हत्यारों तक पहुंचने में सुराग देने में मदद मांगी ।  उन्होंने बताया कि महंत के गले पर निशान मिले हैं ।  उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है ।  शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है । रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।  स्त्रोत : सुदर्शन न्यूज
बता दें कि 2018 के अगस्त महीने में ही दस दिनों में तीन साधुओं की हत्या हुई पर सभी मौन है किसी की आवाज उठती नहीं दिख रही है ।
13 अगस्त को अलीगढ़ के एक मंदिर में 75 वर्षीय साधु व उनके साथी की हत्या ।
16 अगस्त को ओरैया के मंदिर में तीन साधुओं की हत्या ।
19 अगस्त को करनाल मंदिर में 1 पुजारी,
1 साधु व 2 सेवादारों हत्या ।
20 अगस्त को प्रयाग में एक साधु की हत्या ।
भयंकर तरीके से प्रताड़ित करके इतने सारे हिन्दू साधुओं की हत्या की गई पर सेकुलर, नेता, मीडिया, न्यायालय सब चुप है क्यों ?
*क्योंकि भारतीय संस्कृति की रक्षा करने वाले साधुओं की हत्या की गई है ।*
बता दें कि हिन्दू साधू-संत गौहत्या रोकना, गौमाता की महिमा बताना, श्री राम मंदिर बनाना, हिन्दुओं को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करना, धर्मान्तरण रोकना, विदेशी प्रोडक्ट खरीदने से रोकना, स्वदेशी का प्रचार करना, व्यसन मुक्त भारत बनाना, सिनेमा आदि से दूर रखने का प्रयास करना, प्राचीन संस्कृति की ओर हमें मोड़ना, वेद व शास्त्र सम्मत कार्य करने के लिए प्रेरित करना, विदेशी त्यौहार के बदले अपने त्यौहारों को मनाने को प्रेरित करना आदि आदि अनेक दिव्य कार्य करने के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं, अधर्म से लड़ते हैं और हमें जगाते हैं । जिसके कारण आज हिन्दू साधु-संतों की हत्या हो रही है और मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर जेल भिजवाया जा रहा है ।
साध्वी प्रज्ञा, स्वामी असीमानन्द, शंकराचार्य अमृतानंद, स्वामी केशवानंद जी आदि अनेक संतों को बिना सबूत सालों से जेल में रखा गया । उड़ीसा के लक्ष्मणानन्द जी की हत्या करवा दी ।
वर्तमान में हिन्दू संत आसाराम बापू को उम्रकैद सजा सुना दी गयी क्योंकि उन्होंने लाखों हिंदुओ की घर वापसी करवाई और धर्मान्तरित होने से बचाया, हजारों गायों को कत्लखाने जाने बचाकर अनेकों गौशालाएं खोली, क्रिसमिस की जगह तुसली पूजन और वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन शुरू किया, करोड़ों लोगों को अपने धर्म के प्रति जागृत किया, करोड़ों युवक-युवतियों को ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करवाया, करोड़ों लोगों को व्यसन मुक्त किया, विदेशी कम्पनियों के प्रोडक्ट बन्द करवाकर स्वदेशी घरेलू प्रोडक्ट बनाने में तरीके बताए, विदेशों में जाकर भारतीय संस्कृति का प्रचार किया जिस वजह से राष्ट्रविरोधी ताकतों ने उनको टारगेट किया और मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर जेल भिजवा दिया और उम्रकैद की सज़ा सुनवा दी जबकि एफआईआर में रेप केस का जिक्र नहीं है, मेडिकल रिपोर्ट में कोई प्रूफ नहीं है, लड़की के बालिग होने के कई प्रमाण हैं, उनके खिलाफ षड्यंत्र किया गया उसके सबूत हैं फिर भी उम्रकैद दिया इससे साफ सिद्ध होता है कि राष्ट्रविरोधी ताकतें उनको बाहर नहीं आना देना चाहती हैं ।
साधु-संत तो अपना कर्तव्य कर रहे हैं, लेकिन
हिन्दू संगठित नहीं रहेगा तो सभी मंदिर अपवित्र कर दिये जाएंगे, पुजारी साधुओं का ऐसे ही कत्ल कर दिया जाएगा, फिर हिन्दू संस्कृति को बचाने वाले कोई नहीं रहेगा और फिर  आपको पता भी नहीं चलेगा कि किस तरह से आप धर्मांतरित किए जाएंगे  और  गुलाम की तरह रखें जाएंगे ।
हिन्दुओं को संगठित होकर अपने साधु-संतों पर हो रहे षड्यंत्र का विरोध करना चाहिए, तभी हिन्दू संत सुरक्षित रह पाएंगे ।
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One thought on “हिन्दू साधुओं की हत्या लगातार जारी है, सैकड़ों साधुओं की हो गई है हत्या..

  1. वर्तमान में हिन्दू संत आसाराम बापू को उम्रकैद सजा सुना दी गयी क्योंकि उन्होंने लाखों हिंदुओ की घर वापसी करवाई और धर्मान्तरित होने से बचाया, हजारों गायों को कत्लखाने जाने बचाकर अनेकों गौशालाएं खोली, क्रिसमिस की जगह तुसली पूजन और वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन शुरू किया, करोड़ों लोगों को अपने धर्म के प्रति जागृत किया,

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