11 अक्टूबर 2019
*
पश्चिमी बंगाल के मुर्शिदाबाद मे जेहादियों द्वारा एक शिक्षक बंधु प्रकाश की बेटे और गर्भवती पत्नी के साथ में घर में घुस कर हत्या कर दी गई। सेक्युलर मीडिया इसपर क्या लिख रहा है वह ध्यान देने योग्य है। आज तक ने सधे शब्दो में लीपापोती करते हुए इसे निजी रंजिश, पति पत्नी की अनबन और उधारी का मामला बताया है। भास्कर ने अज्ञात हमलावरों को दोषी बताया है। NDTV ने भी पुलिस और राज्यपाल के ब्यान के आधार पर सेक्युलरिज़्म का पालन किया है।*
*
बंगाल में 4 दिनों में 8 हिन्दुओं की हत्या हो गई है। मंदिर के पुजारी तथा भाजपा कार्यकर्ता सुप्रियो बॅनर्जी की नृशंस हत्या, तालाब में फेंका शव, तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हत्या का आरोप लगा है।*
*
इन जिहादियों द्वारा केवल बंगाल में ही नहीं 9 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के मंदसौर में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेता युवराज सिंह को गोली मार कर हत्या कर दी गई !*
*
जहानाबाद बिहार में मस्जिद के निकट से जा रही मां दुर्गादेवी प्रतिमा विसर्जन पर जिहादियों द्वारा पथराव किया गया जिससे कर्ई हिन्दू घायल हो गए।*
*
उत्तरप्रदेश के बलरामपुर में दुर्गा विसर्जन के समय जिहादियों ने हिन्दूओ पर पत्थर फेंके थे, 8 मुस्लिम पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है।*
*
यह तो अभी कुछ ताजा घटनाएं है जो थोड़ी बहुत सोशल मीडिया पर आती है बाकी तो जिहादियों द्वारा कितनी हिंदुओं की हत्या हुई है कोई गिन नही सकता है, लव जिहाद में हिंदू लड़कियों को फंसाकर उनकी जिंदगी नरक बना देते हैं ।*
*
इन सभी मुद्दों पर मीडिया, अवार्ड वापसी गैंग, तथाकथित बुद्धिजीवी चुप है क्योंकि मरने वाले हिंदू हैं और मारने वाले मुसलमान हैं जिससे उनको कुछ फर्क नहीं पड़ता है, हिंदुओं को इन घटनाओं से सावधान हो जाना चाहिए अपनी जनसंख्या बढ़ानी चाहिए और अपने बच्चों को धर्म के संस्कार देने चाहिए जिससे वे भी सावधान रहें।*
*
ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं?*
*2005 में समाजशास्त्री डा. पीटर हैमंड ने गहरे शोध के बाद इस्लाम धर्म के मानने वालों की दुनियाभर में प्रवृत्ति पर एक पुस्तक लिखी, जिसका शीर्षक है ‘स्लेवरी, टैररिज्म एंड इस्लाम-द हिस्टोरिकल रूट्स एंड कंटेम्पररी थ्रैट’। इसके साथ ही ‘द हज’के लेखक लियोन यूरिस ने भी इस विषय पर अपनी पुस्तक में विस्तार से प्रकाश डाला है। जो तथ्य निकल करआए हैं, वे न सिर्फ चौंकाने वाले हैं, बल्कि चिंताजनक हैं।*
*
उपरोक्त शोध ग्रंथों के अनुसार जब तक मुसलमानों की जनसंख्या किसी देश-प्रदेश क्षेत्र में लगभग 2 प्रतिशत के आसपास होती है, तब वे एकदम शांतिप्रिय, कानूनपसंद अल्पसंख्यक बन कर रहते हैं और किसी को विशेष शिकायत का मौका नहीं देते। जैसे अमरीका में वे (0.6 प्रतिशत) हैं, आस्ट्रेलिया में 1.5, कनाडा में 1.9, चीन में 1.8, इटली में 1.5 और नॉर्वे में मुसलमानों की संख्या 1.8 प्रतिशत है। इसलिए यहां मुसलमानों से किसी को कोई परेशानी नहीं है।
जब मुसलमानों की जनसंख्या 2 से 5 प्रतिशत के बीच तक पहुंच जाती है, तब वे अन्य धर्मावलंबियों में अपना धर्मप्रचार शुरू कर देते हैं। जैसा कि डेनमार्क, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन और थाईलैंड में जहां क्रमश: 2, 3.7, 2.7, 4 और 4.6 प्रतिशत मुसलमान हैं।*
*
जब मुसलमानों की जनसंख्या किसी देश या क्षेत्र में 5 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है, तब वे अपने अनुपात के हिसाब से अन्य धर्मावलंबियों पर दबाव बढ़ाने लगते हैं और अपना प्रभाव जमाने की कोशिश करने लगते हैं। उदाहरण के लिए वे सरकारों और शॉपिंग मॉल पर ‘हलाल’ का मांस रखने का दबाव बनाने लगते हैं, वे कहते हैं कि ‘हलाल’ का मांस न खाने से उनकी धार्मिक मान्यताएं प्रभावित होती हैं। इस कदम से कई पश्चिमी देशों में खाद्य वस्तुओं के बाजार में मुसलमानों की तगड़ी पैठ बन गई है। उन्होंने कई देशों के सुपरमार्कीट के मालिकों पर दबाव डालकर उनके यहां ‘हलाल’ का मांस रखने को बाध्य किया। दुकानदार भी धंधे को देखते हुए उनका कहा मान लेते हैं।*
*
इस तरह अधिक जनसंख्या होने का फैक्टर यहां से मजबूत होना शुरू हो जाता है, जिन देशों में ऐसा हो चुका है, वे फ्रांस, फिलीपींस, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो हैं। इन देशों में मुसलमानों की संख्या क्रमश: 5 से 8 फीसदी तक है। इस स्थिति पर पहुंचकर मुसलमान उन देशों की सरकारों पर यह दबाव बनाने लगते हैं कि उन्हें उनके क्षेत्रों में शरीयत कानून (इस्लामिक कानून) के मुताबिक चलने दिया जाए। दरअसल, उनका अंतिम लक्ष्य तो यही है कि समूचा विश्व शरीयत कानून के हिसाब से चले।*
*
जब मुस्लिम जनसंख्या किसी देश में 10 प्रतिशत से अधिक हो जाती है, तब वे उस देश, प्रदेश, राज्य, क्षेत्र विशेष में कानून-व्यवस्था के लिए परेशानी पैदा करना शुरू कर देते हैं, शिकायतें करना शुरू कर देते हैं, उनकी ‘आॢथक परिस्थिति’ का रोना लेकर बैठ जाते हैं, छोटी-छोटी बातों को सहिष्णुता से लेने की बजाय दंगे, तोड़-फोड़ आदि पर उतर आते हैं, चाहे वह फ्रांस के दंगे हों डेनमार्क का कार्टून विवाद हो या फिर एम्सटर्डम में कारों का जलाना हो, हरेक विवादको समझबूझ, बातचीत से खत्म करने की बजाय खामख्वाह और गहरा किया जाता है। ऐसा गुयाना (मुसलमान 10 प्रतिशत), इसराईल (16 प्रतिशत), केन्या (11 प्रतिशत), रूस (15 प्रतिशत) में हो चुका है।
जब किसी क्षेत्र में मुसलमानों की संख्या 20 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है तब विभिन्न ‘सैनिक शाखाएं’ जेहाद के नारे लगाने लगती हैं, असहिष्णुता और धार्मिक हत्याओं का दौर शुरू हो जाता है, जैसा इथियोपिया (मुसलमान 32.8 प्रतिशत) और भारत (मुसलमान 22 प्रतिशत) में अक्सर देखा जाता है। मुसलमानों की जनसंख्या के 40 प्रतिशत के स्तर से ऊपर पहुंच जाने पर बड़ी संख्या में सामूहिक हत्याएं, आतंकवादी कार्रवाइयां आदि चलने लगती हैं। जैसा बोस्निया (मुसलमान 40 प्रतिशत), चाड (मुसलमान 54.2 प्रतिशत) और लेबनान (मुसलमान 59 प्रतिशत) में देखा गया है। शोधकत्र्ता और लेखक डा. पीटर हैमंड बताते हैं कि जब किसी देश में मुसलमानों की जनसंख्या 60 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है, तब अन्य धर्मावलंबियों का ‘जातीय सफाया’ शुरू किया जाता है (उदाहरण भारत का कश्मीर), जबरिया मुस्लिम बनाना, अन्य धर्मों के धार्मिक स्थल तोडऩा, जजिया जैसा कोई अन्य कर वसूलना आदि किया जाता है। जैसे अल्बानिया (मुसलमान 70 प्रतिशत), कतर (मुसलमान 78 प्रतिशत) व सूडान (मुसलमान 75 प्रतिशत) में देखा गया है।*
*
किसी देश में जब मुसलमान बाकी आबादी का 80 प्रतिशत हो जाते हैं, तो उस देश में सत्ता या शासन प्रायोजित जातीय सफाई की जाती है। अन्य धर्मों के अल्पसंख्यकों को उनके मूल नागरिक अधिकारों से भी वंचित कर दिया जाता है। सभी प्रकार के हथकंडे अपनाकर जनसंख्या को 100 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रखा जाता है। जैसे बंगलादेश (मुसलमान 83 प्रतिशत), मिस्र (90 प्रतिशत), गाजापट्टी (98 प्रतिशत), ईरान (98 प्रतिशत), ईराक (97 प्रतिशत), जोर्डन (93 प्रतिशत), मोरक्को (98 प्रतिशत), पाकिस्तान (97 प्रतिशत), सीरिया (90 प्रतिशत) व संयुक्त अरब अमीरात (96 प्रतिशत) में देखा जा रहा है।*
*
इन आंकड़ों से आप समझ सकते हैं कि जनसंख्या नियंत्रण कितना जरूरी है जबतक जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं आता है तबतक हिंदुओं को कमसे कम 4 बच्चें तो पैदा करना ही चाहिए।*
Youtube : https://goo.gl/XU8FPk
facebook :
Twitter : https://goo.gl/kfprSt
Blogger : http://azaadbharatofficial. blogspot.com
Instagram : https://goo.gl/JyyHmf
Google+ : https://goo.gl/Nqo5IX
Word Press : https://goo.gl/ayGpTG
Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ