चूना के अमृत गुण : स्वास्थ्य के लिए अनेक लाभकारी तथ्य

12 November 2024

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चूना के अमृत गुण :  स्वास्थ्य के लिए अनेक लाभकारी तथ्य

 

 चूना, जिसे अक्सर पान में इस्तेमाल किया जाता है, केवल स्वाद बढ़ाने का साधन नहीं है। इसके अद्भुत स्वास्थ्य लाभ इसे अमृत के समान बनाते हैं। यहां हम चूना के स्वास्थ्य लाभों पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं:

 

कैल्शियम का प्राकृतिक स्रोत

 

चूना शरीर के लिए कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है। 50 वर्ष की उम्र के बाद हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है, जिसे चूना प्रभावी रूप से पूरा कर सकता है। इसका सेवन शरीर में तेजी से कैल्शियम का स्तर बढ़ाता है।

 

पीलिया (जॉन्डिस) का उपचार

 

पीलिया के उपचार में चूना बेहद प्रभावी है। यदि गन्ने के रस में गेहूं के दाने के बराबर चूना मिलाकर पिलाया जाए तो यह पीलिया को तेजी से ठीक कर सकता है। यह प्राकृतिक उपचार सुरक्षित और कारगर माना गया है।

 

लंबाई और स्मरण शक्ति में वृद्धि

 

चूना बच्चों की लंबाई बढ़ाने और उनकी स्मरण शक्ति को मजबूत बनाने में भी सहायक है। बच्चों के विकास में यह बेहद फायदेमंद साबित होता है। एक चुटकी चूना दही, दाल, या पानी में मिलाकर देने से लंबाई बढ़ती है और याददाश्त में सुधार होता है।

 

बुद्धि का विकास

 

चूना मानसिक विकास के लिए लाभकारी है। जिन बच्चों की मानसिक क्षमता कमजोर होती है या जिनकी बुद्धि और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता धीमी होती है, उनके लिए यह विशेष रूप से सहायक है।

 

मासिक धर्म की समस्याओं में राहत

 

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को अगर कोई भी समस्या होती है, तो चूना उनके लिए लाभकारी होता है। यह मासिक धर्म के दौरान होने वाली असुविधाओं को कम करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।

 

 गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष लाभकारी

 

गर्भावस्था के दौरान चूना का सेवन गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद है। अगर अनार के रस में गेहूं के दाने के बराबर चूना मिलाकर रोज़ दिया जाए तो:

•प्रसव के समय कठिनाई कम होती है।

•बच्चा स्वस्थ और तंदुरुस्त होता है।

•बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है।

•बच्चा जन्म से ही तेज बुद्धि का होता है।

 

हड्डियों और जोड़ों के दर्द में राहत

 

चूना घुटनों, कमर और कंधों के दर्द को कम करने में सहायक है।

स्पॉन्डिलाइटिस जैसी समस्याओं में भी चूना उपयोगी है। हड्डियों के टूटने की स्थिति में चूना उनके जुड़ने में मदद करता है।

 

मुँह के छालों और खून की कमी का समाधान

 

अगर मुँह में छाले हो जाएं, तो चूना का पानी पीने से तुरंत आराम मिलता है। चूना शरीर में खून की कमी (एनीमिया) को भी दूर करने में सहायक है। संतरे या अनार के रस में चूना मिलाकर पीने से शरीर में खून तेजी से बढ़ता है।

 

 घुटनों के घिसाव में लाभकारी

 

अगर घुटनों में घिसाव की समस्या हो और डॉक्टर घुटना बदलने की सलाह दें, तो नियमित रूप से चूना खाने से लाभ हो सकता है। हरसिंगार के पत्तों के काढ़े के साथ चूना लेना घुटनों की समस्याओं को कम करता है।

 

निष्कर्ष

 

चूना के ये गुण इसे एक अनमोल औषधि बनाते हैं। इसके नियमित और सीमित सेवन से अनेक स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। हालांकि, इसका सेवन हमेशा सही मात्रा में करना चाहिए और विशेषज्ञ की सलाह से ही इसका उपयोग करना बेहतर है।

 

*नोट: यह जानकारी घरेलू नुस्खों पर आधारित है, चिकित्सीय सलाह के बिना इसका उपयोग न करें*।

 

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