04 April 2024
https://azaadbharat.org
महान विचारक वीर सावरकर धर्मान्तरण को राष्ट्रान्तरण मानते थे। आप कहते थे “यदि कोई व्यक्ति धर्मान्तरण करके ईसाई या मुसलमान बन जाता है तो फिर उसकी आस्था भारत में न रहकर उस देश के तीर्थ स्थलों में हो जाती है जहाँ के धर्म में वह आस्था रखता है, इसलिए धर्मान्तरण यानी राष्ट्रान्तरण है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में धर्मांतरण के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। हिंदू धर्म के लगभग 110 महिला-पुरुषों को 2 बसों में भरकर उन्नाव के एक चर्च में ले जाया जा रहा था। इन लोगों को अच्छी शादी और 50,000 रुपए का झाँसा दिया गया था। धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़े दो लोगों- विलियम्स और दीपक मोरिस को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
दरअसल, जिन बसों में भरकर हिंदू महिला-पुरुषों को धर्मांतरण के लिए ले जाया जा रहा था, उसकी भनक बजरंग दल के कार्यकर्ताओं लगी। उन्होंने कानपुर के थाना नवाबगंज के बोट क्लब के पास दो बसों को रुकवा लिया और लोगों से पूछताछ करने लगे। इस दौरान कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें लालच देकर धर्मांतरण के लिए उन्नाव ले जाया जा रहा है।
ACP कर्नलगंज महेश कुमार ने बताया, “बजरंग दल ने शनिवार (30 मार्च 2024) की देर रात करीब 1 बजे सूचना दी कि नवाबगंज से 2 बसों से 110 से ज्यादा लोगों को धर्मांतरण के लिए ले जाया जा रहा है। उन्नाव की एक चर्च में उनका धर्मांतरण होना है। पुलिस ने गंगा बैराज पर बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग शुरू कर दी। इन दोनों बसों को पुलिस ने चेकिंग में रोक लिया।”
बजरंग दल के कार्यकर्ता कृष्णा तिवारी ने आरोप लगाया है कि नवाबगंज थाना प्रभारी दीनानाथ मिश्रा ने आरोपियों को थाने से छोड़ दिया। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, देर रात ईसाई समाज के लोगों ने थाने पर हंगामा किया था। हंगामा और बवाल के बाद नवाबगंज थाने की पुलिस दोनों को थाने से IPC की धारा-41 का नोटिस देकर छोड़ दिया।
दरअसल, अर्मापुर के रहने वाले संजय वाल्मीकि ने तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। संजय ने बताया, “मैं बिल्सी बदायूँ का रहने वाला हूँ। नोयल विलियम्स और दीपक मोरिस ने मुझको और परिवार से कहा कि अगर तुम ईसाई बन जाओ। हमारे प्रभु की पूजा करोगे तो तुम्हारी सारी परेशानियाँ दूर हो जाएँगी। इन लोगों ने मेरी पत्नी को बहका दिया है। अब वह मेरे साथ नहीं रहना चाहती है।”
संजय ने आगे कहा, “ये लोग दबाव बना रहे हैं कि अगर तुम ईसाई अपना लोगे तब तुम्हारी पत्नी और बच्चे तुम्हारे पास आएँगे। तुम्हें हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हटानी होंगी। हमारा धर्म अपनाते ही चर्च तुम्हें 40 से 50 हजार रुपए देगा। इतना ही नहीं नौकरी और इलाज के लिए भी रुपए देगा। चर्च के पादरी की ओर से जो तुम्हें होली वाटर दिया जाएगा। उसे आंखों में लगाओगे तो यीशू की नेमत बरसेगी।”
पाठक गण समझ सकते हैं, कि किस तरह से ईसाई मिशनरी वाले ,भोले भाले लोगों को बेवकूफ बना कर धर्म परिवर्तन कराते हैं,वैसे ये लोग धर्म परिवर्तन का काम एक वर्ग विशेष के साथ ही करते हैं। सभी हिन्दू ऐसे लोगों पर ध्यान दें और उनको मुँहतोड़ जवाब दे।
भारत सरकार से देश के सभी हिन्दूओ की मांग है कि भारत में ईसाई मिशनरियों द्वारा हो रहे धर्मान्तरण के धंधे पर रोक लगाए।
Follow on
https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/
Instagram:
http://instagram.com/AzaadBharatOrg
Twitter:
twitter.com/AzaadBharatOrg
Telegram:
https://t.me/ojasvihindustan
http://youtube.com/AzaadBharatOrg
Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ