तिब्बत की रहस्यमयी लाइब्रेरी (Library) और प्राचीन ज्ञान





Tibetan Secret Library: तिब्बत की रहस्यमयी लाइब्रेरी का रहस्य



Tibetan Secret Library: तिब्बत की रहस्यमयी लाइब्रेरी का रहस्य

तिब्बत, जिसे “एशिया की छत” कहा जाता है, सदियों से रहस्य और अध्यात्म का केंद्र रहा है। हाल ही में खोजी गई एक गुप्त Library ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस लाइब्रेरी में 84,000 से अधिक प्राचीन ग्रंथ मिले हैं, जो तिब्बती, भारतीय, चीनी और मंगोल परंपराओं से जुड़े हैं।

The Lost Library of Tibet and Ancient Knowledge

यह गुफा मोगाओ (Mogao Caves) या संघीन गुफाओं से जुड़ी हो सकती है, जहां Aurel Stein और Paul Pelliot जैसे खोजकर्ताओं ने हजारों पांडुलिपियाँ प्राप्त कीं। ये ग्रंथ अब लंदन और पेरिस की लाइब्रेरीज़ में संरक्षित हैं।

Indian Texts Preserved in the Tibetan Library

  • बौद्ध धर्म और तंत्र से जुड़े ग्रंथ
  • योग, ध्यान, और आयुर्वेद पर आधारित ज्ञान
  • खगोल, रसायन, और धातु विज्ञान के शास्त्र
  • हस्तलेख तिब्बती, ब्राह्मी, पाली और देवनागरी में

नालंदा और विक्रमशिला जैसे भारतीय विश्वविद्यालयों से विद्वान तिब्बत में ज्ञान ले जाते थे। गुरु पद्मसंभव जैसे संतों ने इस Library की नींव रखी हो सकती है।

Library of Hidden Science and Spirituality

इस लाइब्रेरी में आयुर्वेद, तंत्र, ध्यान की दुर्लभ पद्धतियाँ, और खगोल गणनाओं का खजाना है। यहां तक कि आधुनिक विज्ञान भी अब इस ज्ञान को मान्यता दे रहा है।

Contemporary Relevance of the Library

  • WHO द्वारा मान्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियाँ
  • NASA द्वारा तिब्बती पंचांग पर रिसर्च
  • मानसिक तनाव के लिए ध्यान विधियाँ प्रभावी

ऐसे Libraries का उल्लेख महाभारत, बौद्ध साहित्य और कैलाश क्षेत्र में भी मिलता है – जहाँ गुप्त विद्याएँ केवल योग्य शिष्यों को दी जाती थीं।

निष्कर्ष

यह तिब्बती Library केवल ईंटों और पांडुलिपियों का संग्रह नहीं है, बल्कि यह भारत और तिब्बत के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक है। यह प्राचीन ज्ञान का वह स्रोत है, जिसे समय ने ढक दिया था।

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