12 November 2022
azaadbharat.org
इतना तो पक्का हो गया कि अगर आप राष्ट्र, समाज उत्थान और संस्कृति हित के कार्य करेंगे तो आपकी गिरफ्तारी भी होगी, जमानत भी नही होगी, मीडिया न्यायालय पर प्रेशर भी बनायेगा और बाद में आपको आजीवन तक की सजा भी दी जा सकती है और तथाकथित राष्ट्रवादी लोग आपके लिए कोई आवाज नही उठाएंगे लेकिन आपने राष्ट्र एवं भारतीय संस्कृति विरोधी कार्य किये होंगे तो जमानत भी मिलेगी, मीडिया भी वाहवाही करेगी और राष्ट्रविरोधी गुट आपके लिए समर्थन भी करेंगे।
देश के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष छेड़ने के आरोपी को राहत
एल्गार परिषद माओवादी प्रकरण एवं भीमा कोरेगांव हिंसा में आरोपी कथित सामाजिक कार्यकर्ता एवं अर्बन नकसल्स समूह के अहम सदस्यों में एक तलोजा जेल में बंद गौतम नवलखा को उसकी याचिका के आधार पर जेल से बाहर मुंबई में घर मे नजरबंद रहने की स्वीकृति प्रदान की है, नवलखा को यह राहत स्वास्थ्य के आधार पर दी गई है।
इससे पूर्व न्यायालय में हुई सुनवाई के दौरान एनआईए ने नवलखा को दी जाने वाली राहत का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि नवलखा को हाउस अरेस्ट में नियंत्रित करना बेहद कठिन है और उससे प्रकरण से संबंधित गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास किया जा सकता है, इस दौरान एनआईए ने कश्मीरी अलगाववादियों एवं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ नवलखा के संबंधों का हवाला देते हुए कहा कि नवलखा आईएसआई के एजेंट गुलाम नबी फाई के सीधे संपर्क में था और उसके माध्यम से उसने कश्मीरी अमेरिकन काउंसिल से संवाद भी किया था, एनआईए इससे पूर्व फाई द्वारा नवलखा को आईएसआई के एक जनरल से मिलाने एवं ईमेल भेजने के विषय में भी न्यायालय को अवगत करा चुकी है।
एनआईए की ओर से अतिरिक्त महा न्यायभिकर्ता (सॉलिसिटर जनरल) के वी राजू ने दलील दी कि नवलखा की स्वास्थ्य में निरंतर सुधार देखा जा रहा है और जो मेडिकल रिपोर्ट उन्होंने न्यायालय में प्रस्तुत किये हैं,उसकी अनुसंशा करने वाले डॉक्टरों की टीम में नवलखा के बहन के पति डॉक्टर एस कोठारी भी शामिल हैं, के वी राजू ने न्यायालय को बताया कि यहां यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि इससे पूर्व नवलखा ने उस अस्पताल में अपनी स्वास्थ्य जांच कराने की इच्छा जताई थी जहां डॉक्टर कोठारी काम करते हैं इसलिए यह बहुत हद तक संभव है कि स्वास्थ्य रिपोर्ट प्रभावित की जा सके।
बता दें कि गौतम नवलखा को पुणे में आयोजित एल्गार परिषद प्रकरण में भड़काऊ भाषण देने, हिंसा भड़काने एवं प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के लिए काम करते हुए देश के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष छेड़ने के आरोपों में 10 और लोगों के साथ वर्ष 2020 में गिरफ्तार किया गया था, इस संदर्भ में नवलखा के विरुद्ध यूएपीए एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
इससे पहले दंगा भड़काने वाली सफूरा जरगर , संजय दत्त, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, वाड्रा, लालू यादव, तरुण तेजपाल, माल्या, सलमान खान, कन्हैया कुमार, उमर खालिद, इमाम बुखारी, बिशप मुक़व्वल फ्रेंको आदि नेता-अभिनेता, पत्रकार, धनी, अन्य पंथ के धर्मगुरु और राष्ट्रद्रोह आदि अपराधों में जमानत मिलती रही हैं।
लेकिन वहीं साध्वी प्रज्ञाजी को 9 साल, डीजी वंजाराजी को 8 साल, स्वामी असीमानन्दजी को 8 साल, कर्नल पुरोहित 7 साल, केशवानन्दजी महाराज, शंकराचार्य आदि को सालों तक जेल में रखा गया, अमानवीय यातनाएं दी गई लेकिन जमानत नही दी गई थी।
ओडीशा में धर्मान्तरण का विरोध करने वाले दारा सिंह को सालो से जेल में रखा गया है, अपनी मां की अंतेष्टि करने के लिए भी पेरोल नही दी गई।
जोधपुर जेल में 10 साल से बंद 86 वर्षीय हिंदू संत आशारामजी को 1 दिन की भी जमानत अथवा पेरोल नही दी गई इसके पीछे के कारण नीचे जानिए:-
1). लाखों धर्मांतरित ईसाईयों को पुनः हिंदू बनाया व करोड़ों हिन्दुओं को अपने धर्म के प्रति जागरूक किया व आदिवासी इलाकों में जाकर जीवनोपयोगी सामग्री, मकान, पैसे, दवाइयां आदि दी जिससे धर्मान्तरण करने वालों का धंधा चौपट हो गया।
2). कत्लखानों में जाती हज़ारों गौ-माताओं को बचाकर, उनके लिए विशाल गौशालाओं का निर्माण करवाया।
3). शिकागो विश्व धर्मपरिषद में स्वामी विवेकानंदजी के 100 साल बाद जाकर हिन्दू संस्कृति का परचम लहराया।
4). विदेशी कंपनियों द्वारा देश को लूटने से बचाकर आयुर्वेद/होम्योपैथी के प्रचार-प्रसार द्वारा एलोपैथिक दवाईयों के कुप्रभाव से असंख्य लोगों का स्वास्थ्य और पैसा बचाया।
5). लाखों-करोड़ों विद्यार्थियों को सारस्वत्य मंत्र देकर और योग व उच्च संस्कार का प्रशिक्षण देकर ओजस्वी- तेजस्वी बनाया।
6). लंदन, पाकिस्तान, चाईना, अमेरिका और बहुत सारे देशों में जाकर सनातन हिंदू धर्म का ध्वज फहराया, पाकिस्तान में तो कराची में गाजी दरगाह में दोपहर की अजान के समय भी वे हरि कथा करते रहे।
7). वैलेंटाइन डे का विरोध करके “मातृ-पितृ पूजन दिवस” का प्रारम्भ करवाया।
8). क्रिसमस डे के दिन प्लास्टिक के क्रिसमस ट्री को सजाने के बजाय, तुलसी पूजन दिवस मनाना शुरू करवाया।
9). करोड़ों लोगों को अधर्म से धर्म की ओर मोड़ दिया।
10). नशा मुक्ति अभियान के द्वारा करोड़ों लोगों को व्यसन-मुक्त कराया।
11). वैदिक शिक्षा पर आधारित अनेकों गुरुकुल खुलवाएं।
12). मुश्किल हालातों में कांची कामकोटि पीठ के “शंकराचार्य श्री जयेंद्र सरस्वतीजी”, बाबा रामदेव, मोरारी बापूजी, साध्वी प्रज्ञा एवं अन्य संतों का साथ दिया।
ऐसे अनेक भारतीय संस्कृति के उत्थान के कार्य किये हैं जो विस्तार से नहीं बता पा रहे हैं।
डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने तो यह भी बताया कि हिन्दू संत आशारामजी बापू ने लाखों हिंदुओं की घर वापसी की और करोड़ो लोगों को सनातन धर्म की तरफ ले आये इसके कारण वेटिकन सिटी ने सोनिया गाँधी को कहकर झूठे केस में फँसाया गया। उनके आश्रम में फेक्स भी आया था कि 50 करोड़ दो नहीं तो जेल जाने को तैयार रहो इससे साफ होता है कि उन पर अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र हुआ है।
इससे साफ पता चलता है कि अर्नब नक्सल जैसे जो देश को तोड़ने की बात करते है, वे किसी भयंकर अपराध में गिरफ्तार हो भी जाये तो उनको तुरंत जमानत मिल जाती है, क्योंकि उनके लिए आवाज उठाने के लिए राष्ट्रविरोधी लोग तुरंत इकट्ठे हो जाते है, मीडिया उनके पक्ष में बोलने लगती है, जबकि कोई राष्ट्रवादी षडयंत्र तहत जेल जाता है तो राष्ट्रवादी लोग आवाज नही उठाते है सोचते है कि हमारे पड़ोस में आग लगी है न हमारे घर मे तो नही आई है न लेकिन पडोस में लगी है तो आपके वहाँ भी आयेगी इसलिए सभी राष्ट्रवादी, हिन्दूनिष्ठ इक्कट्ठे होकर आवाज उठानी चाहिए तभी सभी बच पायेंगे नही तो एक के बाद एक कि बारी तय है।
Follow on
Facebook
https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/
Instagram:
http://instagram.com/AzaadBharatOrg
Twitter:
twitter.com/AzaadBharatOrg
Telegram:
https://t.me/ojasvihindustan
http://youtube.com/AzaadBharatOrg
Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ