09 May 2025
https://azaadbharat.org
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का आतंकवाद पर निर्णायक प्रतिशोध
प्रकाशित तिथि: 7 मई 2025
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व और रणनीति
7 मई 2025 को भारतीय सेना और वायुसेना ने मिलकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, जो पहलगाम हमले के प्रतिशोध स्वरूप था। यह ऑपरेशन आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया था।
हथियारों और प्रौद्योगिकी का उपयोग
इस मिशन में भारतीय सेना ने अत्याधुनिक तकनीक और सटीकता से हमले किए। प्रमुख हथियार और तकनीक:
- SCALP क्रूज मिसाइल: दुश्मन की सुरक्षा को भेदने वाली उच्च सटीकता वाली मिसाइल।
- HAMMER बम: विभिन्न परिस्थितियों में भी लक्ष्य को भेदने वाला स्मार्ट बम।
- लोइटरिंग म्यूनिशन्स (आत्मघाती ड्रोन): दुश्मन पर मंडराकर उचित समय पर सटीक हमला करने वाले ड्रोन।
इन अत्याधुनिक तकनीकों ने ऑपरेशन को बिना किसी बड़ी क्षति के सफल बनाया।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
ऑपरेशन सिंदूर को अमेरिका, फ्रांस, इज़रायल, और जापान जैसे देशों का समर्थन मिला। संयुक्त राष्ट्र ने भी इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अंतर्गत सही ठहराया, जो भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति को वैधता और समर्थन प्रदान करता है।
भारत की रणनीति
इस ऑपरेशन ने भारत की शून्य सहिष्णुता नीति को और मजबूती दी। यह संदेश देता है कि भारत अब किसी भी सीमा पार आतंकी हमले को अनदेखा नहीं करेगा। भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करवाने के प्रयास भी तेज किए हैं।
इसके साथ ही भारत ने अपनी साइबर सुरक्षा और डिजिटल युद्ध रणनीतियों को भी उन्नत किया है।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य शक्ति, तकनीकी दक्षता और आतंकवाद के प्रति उसकी सख्त नीति का प्रमाण है। इसने वैश्विक मंच पर भारत की साख को मजबूत किया और आतंकवाद के खिलाफ उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाया।