मीडिया मौन है क्योंकि पादरी ने किया है मासूम बच्चियों का यौन शोषण

14 नवंबर 2021

azaadbharat.org

जब भी किसी पवित्र हिंदू साधु-संत पर कोई झूठा आरोप लगता है तो इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया इस तरह खबर चलाती है कि जैसे न्यायालय में अपराध सिद्ध हो गया हो, सेक्युलर भी जोरों से चिल्लाने लगते हैं और हिंदू धर्म पर टिप्पणियां करने लगते हैं और सबसे बड़ी बात तो यह है कि इल्जाम लगते ही न्यूज चालू हो जाती है, अनेक झूठी कहानियां बन जाती हैं। इससे तो यह सिद्ध होता है कि मीडिया को इस बात का पहले ही पता होता है कि कौन से हिन्दू साधु-संत पर कौन सा इल्जाम लगने वाला है और उनके खिलाफ किस तरीके से झूठी कहानियां बनाकर खबरें चलानी हैं? लगता है यह सब पहले से ही तय कर लिया जाता होगा।

वहीं दूसरी ओर किसी मौलवी या ईसाई पादरी पर आरोप सिद्ध हो जाये, तभी भी न मीडिया खबर दिखाती है और ना ही सेक्युलर कुछ बोलते हैं। इससे साफ होता है कि ये गैंग केवल हिंदुत्व के खिलाफ है।

पादरी गिरफ्तार…

पादरी उप्पलपति रवींद्र प्रसन्ना कुमार को कुरनूल (एपी) पुलिस ने पोक्सो अधिनियम के तहत नाबालिग एससी लड़कियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
वह राष्ट्रीय ईसाई बोर्ड, आंध्र प्रदेश अध्याय का जिला अध्यक्ष और कोवेनेंट चर्च का प्रमुख है।
https://t.co/u80BEJOtZs

यह बताया जा रहा है कि इस मामले को प्रशासन ने समझौता करने को मजबूर किया लेकिन मामला ज्यादा गरम हुआ तो पादरी को गिरफ्तार किया गया।

दुनियाभर में पादरी बच्चों का यौन शोषण करते हैं। सेक्युलर, बुद्धिजीवी और मीडिया हिन्दू धर्म के पवित्र मंदिर, आश्रमों व साधु-संतों पर षड्यंत्र के तहत कोई आरोप भी लगा दे तो खूब बदनाम करते हैं, परंतु इन ईसाई पादरियों के दुष्कर्मों पर चुप रहते हैं। क्या उन्हें वेटिकन सिटी से भारी फंडिंग मिलती है?

आइये जानें इस बारे में विदेशी सुप्रसिद्ध हस्तियों के उद्गार-

मैं ईसाई धर्म को एक अभिशाप मानता हूँ, उसमें आंतरिक विकृति की पराकाष्ठा है। वह द्वेषभाव से भरपूर वृत्ति है। इस भयंकर विष का कोई मारण नहीं। ईसाईयत गुलाम, क्षुद्र और चांडाल का पंथ है। – फिलॉसफर नित्शे*

दुनिया की सबसे बड़ी बुराई है रोमन कैथोलिक चर्च। – एच.जी.वेल्स

मैंने पचास और साठ वर्षों के बीच बाईबल का अध्ययन किया तो तब मैंने यह समझा कि यह किसी पागल का प्रलाप मात्र है। – थामस जैफरसन (अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति)

बाईबल पुराने और दकियानूसी अंधविश्वासों का एक बंडल है। बाईबल को धरती में गाड़ देना चाहिए और प्रार्थना पुस्तक को जला देना चाहिए। – जॉर्ज बर्नार्ड शॉ

मैंने 40 वर्षों तक विश्व के सभी बड़े धर्मों का अध्ययन करके पाया कि हिन्दू धर्म के समान पूर्ण, महान और वैज्ञानिक धर्म कोई नहीं है। – डॉ. एनी बेसेन्ट

हिंदुस्तान के लोग ऐसे ईसाई पादरियों और उनका बचाव करने वाले मीडिया और सेक्युलर, बुद्धिजीवियों से सावधान रहें।

Official  Links:

Follow on Telegram: https://t.me/ojasvihindustan

facebook.com/ojaswihindustan

youtube.com/AzaadBharatOrg

twitter.com/AzaadBharatOrg

.instagram.com/AzaadBharatOrg

Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ