19 June 2025
क्राकाटोआ ज्वालामुखी: जब पूरी धरती ने विस्फोट की आवाज़ सुनी
जब धरती के गर्भ में छिपी शक्ति अचानक बाहर आती है, तो उसका रूप भयावह हो सकता है। ऐसी ही एक ऐतिहासिक घटना थी क्राकाटोआ ज्वालामुखी का विस्फोट, जो न केवल इंडोनेशिया बल्कि पूरे विश्व के लिए यादगार और चेतावनीपूर्ण बन गया।
क्राकाटोआ कहाँ है?
क्राकाटोआ इंडोनेशिया के सुंडा जलसंधि में स्थित है, जो जावा और सुमात्रा द्वीपों के बीच है। यह क्षेत्र “Ring of Fire” का हिस्सा है — दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखीय क्षेत्रों में से एक।
1883 का महाविस्फोट: प्रकृति का प्रलय
- 26–27 अगस्त 1883 को हुआ विस्फोट अब तक के सबसे शक्तिशाली ज्वालामुखीय विस्फोटों में से एक था।
- इसने पूरे द्वीप का दो-तिहाई हिस्सा उड़ा दिया।
- 40 मीटर ऊँची सुनामी लहरों ने आसपास के क्षेत्रों को तबाह कर दिया।
- 36,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई।
इतिहास की सबसे ज़ोरदार आवाज़
- क्राकाटोआ की आवाज़ 3000 मील (4800 किलोमीटर) दूर तक सुनी गई:
- ऑस्ट्रेलिया, भारत, मॉरीशस, सिंगापुर, अफ्रीका के तट तक इसकी गूंज पहुँची।
- ब्रिटिश नौसेना के जहाजों के इंस्ट्रूमेंट तक फट गए।
- ध्वनि स्तर: 310 डेसिबल — अब तक का सबसे ऊँचा रिकॉर्ड।
- वायुमंडलीय दबाव की तरंगें पूरी पृथ्वी के चारों ओर चार बार घूमीं।
सुनामी और तबाही
विस्फोट के बाद उठी समुद्री लहरों ने दूर-दूर तक तबाही मचाई। हजारों लोग मारे गए, खेत और बस्तियाँ मिट गईं। महीनों तक राख और धूल छाई रही।
वैश्विक जलवायु प्रभाव
- राख और धूल ने सूर्य की रोशनी को रोक दिया।
- तापमान में औसतन 1.2°C की गिरावट आई।
- दुनिया भर में लाल और बैंगनी सूर्यास्त दिखे।
- कई चित्रकारों और कवियों ने इन दृश्यों को अपने कार्यों में उकेरा।
“अनाक क्राकाटोआ” – नई शुरुआत
1927 में समुद्र से एक नया द्वीप उभरा — “Anak Krakatoa” (क्राकाटोआ का पुत्र)। यह ज्वालामुखी आज भी सक्रिय है और 2018 में इसकी गतिविधि से फिर सुनामी आई, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गई।
क्राकाटोआ हमें क्या सिखाता है?
- प्रकृति की शक्ति असीम और अप्रत्याशित होती है।
- वैज्ञानिक चेतावनी प्रणालियाँ और आपदा प्रबंधन अनिवार्य हैं।
- एक द्वीप की घटना भी वैश्विक प्रभाव डाल सकती है।
- प्रकृति तकनीक से पहले और सर्वोपरि है।
निष्कर्ष
क्राकाटोआ का विस्फोट एक ऐसी घटना थी, जिसने धरती को झकझोर दिया, समुद्र को उबाल दिया, और आसमान को रंग दिया। इसकी आवाज़ ने सीमाओं को पार किया और याद दिलाया कि हमारी दुनिया जितनी सुंदर है, उतनी ही शक्तिशाली भी।