थियोपिया ज्वालामुखी विस्फोट: कारण, प्रभाव और वैज्ञानिक तथ्य




इथियोपिया ज्वालामुखी विस्फोट: कारण, प्रभाव और वैज्ञानिक तथ्य


Ethiopia Volcano Eruption: इथियोपिया ज्वालामुखी विस्फोट क्या है?

27 November 2025 | AzaadBharat.org

हाल ही में इथियोपिया में अचानक हुआ Ethiopia Volcano Eruption वैश्विक चर्चा का विषय बन गया। इस विस्फोट से उठी राख और गैसें अफ्रीका से अरब देशों और भारत तक पहुँच गईं। इसने दिखाया कि पृथ्वी के अंदर होने वाली भूगर्भीय गतिविधियाँ कितनी विशाल और दूरगामी होती हैं।

Ethiopia Volcano Eruption क्या होता है?

इथियोपिया के ज्वालामुखी में लाखों वर्षों से जमा लावा, गैसें और द्रवित चट्टानें जब अत्यधिक दबाव के कारण सतह को तोड़कर बाहर निकलती हैं, तो इसे Ethiopia Volcano Eruption कहा जाता है। इस दौरान लावा, राख (Volcanic Ash), धुआँ और ज्वालामुखीय पत्थर 10–15 किमी ऊँचाई तक पहुँच जाते हैं।

ज्वालामुखी क्यों फटते हैं?

ज्वालामुखी विस्फोट का मुख्य कारण पृथ्वी के भीतर जमा बढ़ता दबाव है:

  • पिघली चट्टानें मैग्मा बनती हैं
  • गैसें मैग्मा में फँस जाती हैं
  • दबाव बहुत बढ़ने पर सतह टूट जाती है

सरल शब्दों में: धरती के भीतर गर्म लावा और गैसें ढक्कन तोड़कर बाहर निकलती हैं।

ज्वालामुखी कैसे बनता है?

इथियोपिया का ज्वालामुखी टेक्टॉनिक प्लेटों की गतिविधि से बना है। यह तीन प्लेटों के मिलन स्थान पर स्थित है:

  • अफ्रीकन प्लेट
  • सोमाली प्लेट
  • अरबियन प्लेट

इनके खिसकने और टूटने से दरारें बनती हैं, जिनके नीचे जमा मैग्मा ज्वालामुखी बनाता है।

Ethiopia Volcano Eruption कहाँ से उत्पन्न हुआ?

यह विस्फोट अफ़ार क्षेत्र के नीचे स्थित मैग्मा चेंबर से उत्पन्न हुआ। यह क्षेत्र विश्व के सबसे सक्रिय ज्वालामुखीय क्षेत्रों में शामिल है।

ज्वालामुखी की राख क्या होती है?

23 नवंबर 2025 को Hayli Gubbi ज्वालामुखी में तेज़ विस्फोट हुआ। 50,000 फीट (15 किमी) ऊँचाई तक राख और सल्फर डाइऑक्साइड पहुँच गई। हवा के साथ यह राख:

  • लाल सागर
  • यमन
  • ओमान
  • भारत—गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा

राख कितने समय तक रहती है?

क्षेत्र अवधि
इथियोपिया कई दिन–कई हफ्ते
दूरस्थ क्षेत्र (भारत) 24–36 घंटे

राख के दुष्प्रभाव

स्वास्थ्य पर प्रभाव

  • साँस लेने में कठिनाई
  • खाँसी, गले में जलन
  • आँखों में जलन
  • अस्थमा रोगियों के लिए खतरा

पर्यावरण पर प्रभाव

  • फसलों और पशुओं को नुकसान
  • पानी का प्रदूषण
  • पेड़-पौधों पर राख की परत

बुनियादी ढांचे पर प्रभाव

  • सड़कों और घरों पर राख
  • बिजली/पानी व्यवस्था प्रभावित
  • यात्रा में बाधा

हवाई उड़ानों पर प्रभाव

राख के कण:

  • इंजन को नुकसान पहुँचा सकते हैं
  • दृश्यता कम करते हैं
  • कई उड़ानें रद्द/विलंबित हुईं

सुरक्षित रहने के उपाय

घर के भीतर

  • दरवाज़े–खिड़कियाँ बंद रखें
  • AC/कूलर बंद