भारत की EVM पर भूटान का बड़ा बयान!

27 January 2025

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भारत की EVM पर भूटान का बड़ा बयान!

 

भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त दाशो सोनम टोपगे ने भारत द्वारा प्रदान की गई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की जमकर सराहना की। नई दिल्ली में आयोजित चुनाव प्रबंधन निकायों के एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि भारत की EVM ने भूटान की चुनाव प्रक्रिया को बेहतर, पारदर्शी और अधिक विश्वसनीय बनाया है।

 

सम्मेलन का आयोजन और भारत की भूमिका

 

यह सम्मेलन भारत के चुनाव आयोग द्वारा आयोजित किया गया था, जहां दुनिया भर के देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस सम्मेलन का उद्देश्य चुनावी प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग और तकनीकी आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था। भारत, जिसे अपनी लोकतांत्रिक प्रणाली और चुनावी तकनीकों के लिए विश्व स्तर पर सराहा जाता है, ने इस सम्मेलन में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई।

 

भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त ने विशेष रूप से भारतीय EVM का उल्लेख करते हुए कहा:

 

“EVM ने हमारे देश में चुनाव प्रक्रिया में दक्षता और पारदर्शिता लाई है। इससे हमारे नागरिकों का लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास और गहरा हुआ है।”

 

EVM: भूटान की चुनाव प्रणाली में बदलाव लाने वाला उपकरण

 

भूटान, जो अपनी शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया और मजबूत नागरिक भागीदारी के लिए जाना जाता है, ने EVM को अपनाने के बाद कई सकारात्मक बदलाव देखे। भारतीय EVM ने निम्नलिखित क्षेत्रों में सुधार किया:

 

चुनाव प्रक्रिया में दक्षता:

मैन्युअल मतदान और मतगणना में अधिक समय लगता था। लेकिन EVM ने इसे तेज, सरल और सटीक बनाया।

 

भ्रष्टाचार और त्रुटियों की रोकथाम:

मैन्युअल मतगणना में गलतियां और गड़बड़ी की संभावना रहती थी। EVM ने इन समस्याओं को लगभग खत्म कर दिया।

 

भूटानी जनता का विश्वास:

तकनीकी सटीकता और पारदर्शिता के कारण EVM ने भूटानी नागरिकों के मन में चुनावी प्रक्रिया को लेकर भरोसा पैदा किया।

 

पर्यावरणीय प्रभाव:

मैन्युअल मतपत्रों की जगह EVM ने कागज का उपयोग कम करके पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दिया।

 

भारत की EVM तकनीक: विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त

 

भारत की EVM तकनीक को अपनी सादगी, विश्वसनीयता और पारदर्शिता के लिए दुनियाभर में सराहा गया है। यह तकनीक 1982 में केरल में पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल की गई थी और 2004 से पूरे देश में लागू हो चुकी है।

 

भूटान के अलावा अन्य देशों में भी भारत की EVM ने प्रभाव छोड़ा है:

 

नेपाल: स्थानीय चुनावों में EVM का सफल प्रयोग।

अफगानिस्तान: चुनावी प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने में मदद।

नामीबिया: अफ्रीकी देशों में पहली बार भारत की EVM का उपयोग।

 

भारत-भूटान संबंधों में नई ऊंचाई

 

दाशो सोनम टोपगे ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि भारतीय चुनाव आयोग की तकनीकी सहायता ने भूटान की लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूत किया। उन्होंने भारत का आभार व्यक्त करते हुए कहा:

 

“हम भारतीय चुनाव आयोग और भारत सरकार के सहयोग से बहुत लाभान्वित हुए हैं। यह भारत और भूटान के बीच गहरे मित्रतापूर्ण संबंधों का प्रतीक है।”

 

EVM: भारत की लोकतांत्रिक सफलता का प्रतीक

 

भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, अपनी चुनाव प्रणाली और प्रबंधन के लिए एक मिसाल बन चुका है। इस सम्मेलन में कई देशों ने भारतीय चुनाव आयोग से सीखने और उनके अनुभव को अपनाने की इच्छा व्यक्त की।

 

निष्कर्ष

 

भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त का यह बयान न केवल भारत की तकनीकी विशेषज्ञता की प्रशंसा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे भारत ने अपनी लोकतांत्रिक प्रणाली को दुनिया के अन्य देशों के लिए प्रेरणा बना दिया है। भारतीय EVM तकनीक ने साबित कर दिया है कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और कुशलता लाना संभव है। यह भारत और भूटान के मजबूत संबंधों और सहयोग का जीता-जागता उदाहरण है।

 

 

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