प्रकाशित तिथि: 25 अप्रैल 2025 | AzaadBharat.org
भारत का इतिहास: सभ्यता की धरती से लोकतंत्र तक की यात्रा
प्रकाशित तिथि: 25 अप्रैल 2025 | AzaadBharat.org
भारत का इतिहास केवल एक देश की कहानी नहीं है, यह मानव सभ्यता की सबसे पुरानी और समृद्ध परंपराओं में से एक का दस्तावेज़ है। चलिए इसे कालानुक्रमिक रूप से समझते हैं।
प्राचीन भारत: इतिहास की शुरुआत
पाषाण युग (Stone Age)
- पुरापाषाण युग (500,000–10,000 ई.पू.): शिकारी-संग्राहक जीवन, भीमबेटका चित्रकला।
- मध्यपाषाण युग (10,000–8000 ई.पू.): पशुपालन, कृषि की शुरुआत।
- नवपाषाण युग (8000–3000 ई.पू.): स्थायी बस्तियाँ, खेती और पशुपालन।
चाल्कोलिथिक युग
तांबे का उपयोग, कृषि और शिल्पकला में प्रगति।
सिंधु घाटी सभ्यता
- मोहनजोदड़ो, लोथल जैसे नगर।
- मिट्टी की मूर्तियाँ, सिक्के, लिपि।
वैदिक काल (1500–500 ई.पू.)
आर्यों का आगमन, वैदिक साहित्य, वर्ण व्यवस्था, नगरीकरण।
महाजनपद और धार्मिक नवचेतना
16 महाजनपद, जैन और बौद्ध धर्म का उदय।
मौर्य साम्राज्य (322–185 ई.पू.)
चंद्रगुप्त से अशोक तक — बौद्ध धर्म का प्रसार और न्यायप्रिय शासन।
गुप्त साम्राज्य (320–550 ई.): स्वर्ण युग
कालिदास, आर्यभट्ट, मंदिर निर्माण, विज्ञान में प्रगति।
मध्यकालीन भारत
राजपूत, चोल, पल्लव, मुग़ल साम्राज्य — विविधता और समरसता का युग।
भक्ति और सूफी आंदोलन
संतों और सूफियों ने धर्मों को जोड़ने का काम किया।
ब्रिटिश काल और स्वतंत्रता संग्राम
1757 प्लासी से लेकर 1947 की आज़ादी तक — गांधी, सुभाष, भगत सिंह की भूमिका।
स्वतंत्र भारत (1947–वर्तमान)
संविधान, लोकतंत्र, विज्ञान, तकनीक में प्रगति।
निष्कर्ष
भारत का इतिहास विचारों, धर्मों, भाषाओं, और संस्कृतियों का संगम है — यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है।
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