3 September 2022
सनातन संस्कृति में त्यौहार का महत्वपूर्ण योगदान है, हर त्यौहार मनुष्य के विकास के लिए बनाया गया है और जीवन में हमेंशा उत्साह बना रहे और बौद्धिक, शारीरिक उन्नति होती रहे और मनुष्यता से महेश्वर तक की यात्रा करें,इसलिए हिन्दू संस्कृति में मुख्य 40 से अधिक बड़े त्यौहार ऋषि-मुनियों ने रखें हैं,पर आज चिंता का विषय इसलिए है, कि हिंदू त्यौहार में विकृति आ गई हैं। त्यौहार में जो पवित्रता रखनी चाहिए, वे नही रखी जा रही है,जिससे धीरे धीरे हिंदुओं का जैसा विकास होना चाहिए,वैसा नही हो पा रहा है।
इन पर ध्यान दीजिए:-
कभी ईद के दिन मुसलमानो को मस्ज़िद के सामने नशा करके अश्लील गानों पर नाचते हुए देखा है क्या ?
कभी ईशु मसीह के सामने क्रिस्चियन लोगो को शांताबाई गाने पर नाचते हुए देखा है क्या?
कभी जैन लोगो को उनके भगवान के सामने, आला बाबुराव गाना लगाकर नाचते हुए देखा है क्या?
ये सब समाज अपने अपने इष्ट का मान सम्मान बड़ी ईमानदारी से करते है । क्योंकि उनको उनका धर्म उनकी संस्कृति को टिकाना है।
फिर हिन्दू धर्म के भगवान के सामने नशा करके और DJ लगाकर अश्लील गाने लगाकर ये भद्दा नाच क्यों किया जाता ? ये कलंक हिन्दू समाज पर ही क्यों लगा है या हिंदुओं ने ही लगाया है?
DJ पर अश्लील गाने लगाकर हिन्दू ही अपने इष्ट का, अपने सनातन संस्कृति का, अपमान कर रहे होते है।
हिंदू त्यौहर बड़े उत्साह व् बड़े पैमाने पर मनाने चाहिए, जैसे :- पारम्परिक गीत, वाद्य, ढोल, नगाड़े,शहनाई के सुर आदि और पारम्परिक पोशाक और पगड़ी के साथ प्रत्येक हिन्दू त्योहारों में दिखनी ही चाहिए। तभी सनातन हिन्दू संस्कृति टिकेगी…
स्वयं ही विचार करें और दूसरों को भी विचार करने लगाइये।
अभी आगे से….
गणेश महोत्सव…..
नवरात्रि महोत्सव
दशहरा पर्व
दीपावली महोत्सव
सभी हिंदू त्योहारों में ध्यान रखे और कोई सनातन संस्कृति के परम्परा के विपरीत त्योहार मनाते है,उनको समझाये।
DJ पर अश्लील गानों के बजाय उसकी जगह ढोल, नगाड़े और हिन्दू भक्ति गीत व् संगीत पर आधारित श्लोक व् हरि धुन लगाए।
सभी सनातन धर्मी व् आयोजको से यही नम्र विनती हैं…..
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