️ 51 शक्तिपीठ : Shakti Upasana का वैज्ञानिक और पौराणिक इतिहास
भाग 2 – शक्तिपीठ 11 से 20
पिछले भाग में हमने पहले 10 शक्तिपीठों का वर्णन किया। अब इस भाग में Shakti Upasana के दृष्टिकोण से 11 से 20 शक्तिपीठों का विवरण प्रस्तुत है। यह स्थान न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं बल्कि वैज्ञानिक और ऊर्जा दृष्टि से भी अद्वितीय हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें Azaad Bharat।
Shakti Upasana और शक्तिपीठ
जब भगवान शिव ने सती के शरीर को उठाया, तो उनके अंग पृथ्वी पर गिरे और वहाँ शक्तिपीठ बने। ये केवल मंदिर ही नहीं बल्कि Energy Centers हैं, जिनका उल्लेख ऋग्वेद, अथर्ववेद और स्कंदपुराण में मिलता है।
श्रीनगर शक्तिपीठ – जम्मू और कश्मीर
गिरा अंग : नूपुर
शास्त्रीय उल्लेख : स्कंदपुराण, देवी भागवत
Shakti Upasana से महत्व : नूपुर साधना में संगीत और नृत्य की शक्ति का प्रतीक है।
वैज्ञानिक तथ्य : डल झील और घाटियों की जल-चुंबकीय ऊर्जा ध्यान और साधना में सहायक है।
नैना देवी शक्तिपीठ – हिमाचल प्रदेश
गिरा अंग : नेत्र
शास्त्रीय उल्लेख : कालिका पुराण, देवी भागवत
Shakti Upasana से महत्व : देवी नेत्र दृष्टि शक्ति और अंतर्ज्ञान का प्रतीक हैं।
वैज्ञानिक पहलू : हिमालय की चुंबकीय पर्वत श्रृंखलाएँ ध्यान और एकाग्रता बढ़ाती हैं।
कात्यायनी मंदिर – वृंदावन, उत्तर प्रदेश
गिरा अंग : पीठ
शास्त्रीय उल्लेख : मार्कंडेय पुराण, दुर्गासप्तशती
Shakti Upasana से महत्व : यहाँ देवी को बालिका रूप में पूजा जाता है।
वैज्ञानिक तथ्य : यमुना तट की ऊर्जा साधना को गहन बनाती है।
चामुंडेश्वरी मंदिर – मैसूर, कर्नाटक
गिरा अंग : केश
शास्त्रीय उल्लेख : स्कंदपुराण, देवी भागवत
Shakti Upasana से महत्व : चामुंडा देवी शक्ति और भय निवारण का प्रतीक हैं।
वैज्ञानिक पहलू : पर्वतमालाओं की ऊर्जा ध्यान साधना को प्रबल बनाती है।
जोगुलाम्बा मंदिर – तेलंगाना
गिरा अंग : ऊपरी दांत
शास्त्रीय उल्लेख : तंत्रचूड़ामणि, देवी भागवत
Shakti Upasana से महत्व : दांत शक्ति और बुद्धि का प्रतीक है।
वैज्ञानिक तथ्य : पठारी क्षेत्र की चुंबकीय ऊर्जा साधना में सहायक है।
ब्रह्मराम्बा मंदिर – आंध्र प्रदेश
गिरा अंग : गर्दन
शास्त्रीय उल्लेख : स्कंदपुराण, देवी भागवत
Shakti Upasana से महत्व : गर्दन जीवन और प्राण शक्ति का प्रतीक है।
वैज्ञानिक पहलू : कृष्णा नदी और पहाड़ों का संगम स्थल ऊर्जा से भरपूर है।
सुगंधा शक्तिपीठ – बांग्लादेश
गिरा अंग : नाक
शास्त्रीय उल्लेख : तंत्र ग्रंथ
Shakti Upasana से महत्व : नाक बुद्धि और प्राण का प्रतीक है।
वैज्ञानिक तथ्य : ब्रह्मपुत्र के पास का क्षेत्र विद्युतचुंबकीय शक्ति से समृद्ध है।
करताल शक्तिपीठ – नेपाल
गिरा अंग : हाथ
शास्त्रीय उल्लेख : स्कंदपुराण, देवी भागवत
Shakti Upasana से महत्व : हाथ कर्म और साधना शक्ति का प्रतीक है।
वैज्ञानिक पहलू : हिमालय की ऊर्जा योग और ध्यान के लिए अनुकूल है।
बहुला शक्तिपीठ – पश्चिम बंगाल
गिरा अंग : बायाँ हाथ
शास्त्रीय उल्लेख : कालिका पुराण
Shakti Upasana से महत्व : मातृत्व और सृजन शक्ति का प्रतीक।
वैज्ञानिक तथ्य : पर्वत और नदियों के संतुलन से ऊर्जा साधना में सहायक।
कल्माधव शक्तिपीठ – अमरकंटक, मध्य प्रदेश
गिरा अंग : दाहिना हाथ
शास्त्रीय उल्लेख : मार्कंडेय पुराण, देवी भागवत
Shakti Upasana से महत्व : दाहिना हाथ संरक्षण और कार्य क्षमता का प्रतीक।
वैज्ञानिक पहलू : नर्मदा उद्गम स्थल ऊर्जा संतुलन के लिए प्रसिद्ध है।
✨ निष्कर्ष
शक्तिपीठ 11–20 का अध्ययन बताता है कि Shakti Upasana केवल आस्था नहीं बल्कि विज्ञान और ऊर्जा से जुड़ा गहन विषय है। यह भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को और भी महान बनाता है।