Mobile Radiation बच्चों पर असर और WHO की चेतावनी
आज के डिजिटल युग में mobile radiation को लेकर चिंताएं लगातार बढ़ रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य शोध संस्थानों ने संकेत दिया है कि मोबाइल फोन से निकलने वाली तरंगें बच्चों के मस्तिष्क और संपूर्ण स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं।
WHO की चेतावनी
2011 में WHO ने मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडियोफ्रीक्वेंसी तरंगों को “संभावित मानव कैंसरजन” माना। बच्चों की पतली हड्डियां और विकासशील मस्तिष्क उन्हें इन तरंगों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हैं। यही कारण है कि विशेषज्ञ सतर्कता बरतने की सलाह देते हैं।
बच्चों पर संभावित प्रभाव
- मस्तिष्क कोशिकाओं को नुकसान और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं।
- ध्यान केंद्रित करने की क्षमता और सीखने की शक्ति में कमी।
- नींद की गुणवत्ता पर असर और मेलाटोनिन स्तर में गिरावट।
- मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और अति सक्रियता का खतरा।
विशेषज्ञों की राय
अमेरिकन पेडियाट्रिक एसोसिएशन ने सलाह दी है कि छोटे बच्चों को मोबाइल का उपयोग सीमित करना चाहिए। नॉर्वे और जापान के शोधों में लंबे समय तक उपयोग से सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याएं सामने आई हैं। अधिक जानकारी के लिए WHO की रिपोर्ट देखें।
सुरक्षा उपाय
- कम उम्र में मोबाइल फोन न दें।
- फोन को सिर से दूर रखने के लिए हैंड्स-फ्री का उपयोग करें।
- स्क्रीन टाइम सीमित रखें और बीच-बीच में ब्रेक लें।
- सोने से पहले मोबाइल उपयोग से बचें।
- बच्चों को सुरक्षित उपयोग की आदत सिखाएं।
निष्कर्ष
Mobile radiation का प्रभाव पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों के उपयोग पर नियंत्रण रखें और सुरक्षित विकल्प अपनाएं। संतुलित तकनीकी उपयोग ही उनके स्वस्थ और उज्ज्वल भविष्य की गारंटी बन सकता है। अधिक जानकारी के लिए Azaad Bharat पर पढ़ें।