15 वर्षों से फाइटिंग कर रहीं हैं एडवोकेट कीर्ति, अब आशाराम बापू के लिए दिया बड़ा बयान

24 November 2022

azaadbharat.org

एडवोकेट कीर्ति आहूजा पिछले 15 वर्षों से ‘फाइट फॉर यूअर राइट’ नामक अभियान चलाए हुए हैं। इसके तहत वह आम लोगों के लिए कानूनी जागरुकता कार्यक्रम चलाती हैं। कीर्ति आहूजा लंबे समय से महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ रही हैं।

कीर्ति आहूजा ने यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड किया है, उसमे उन्होंने बताया कि कानून कैसा है उससे आम इंसान नही लेकिन हमारे जैसे वकील भी भ्रमित हो जाते हैं।
इस वीडियो को क्लिक करके देखिए-https://youtu.be/Lb5K60f8O5g

इस वीडियो में बताया कि आशाराम बापू 2013 से और फलहारी बाबा 2017 से जेल में बंद हैं, नही उनको न्यायालय जमानत दे रहा है और नही सरकार पेरोल दे रही हैं, लेकिन एक अपराधी मोहम्मद फिरोज जिसने 4 साल की बच्ची का रेप करके मर्डर कर दिया, सुप्रीम कोर्ट ने भी सजा बरकरार रखी थी और उसकी सजा कम करके 20 साल की कर दिया और ये खूंखार अपराधी अब बाहर आएगा। ऐसा दूसरा एक ऐसा ही अपराधी को फाँसी की सजा से आजीवन कारावास किया ऐसे खूंखार अपराधियों को सुप्रीम कोर्ट छोड़ रही है।

आगे बताया कि लेकिन दूसरी तरफ 80 साल के बुजुर्ग संत आशाराम बापू और फलहारी बाबा को बेल तक नही दे रहे है, मेरा सवाल है कि ये कैसा कानून है ? आम जनता क्या सोचेगी ? 4 साल की बच्ची का रेप करके मर्डर करने वाले बाहर आकर क्या क्राइम नही करेगा ? और क्या 80 साल के बूजुर्ग बाहर आकर क्राइम कर सकते है ? फिर भी न्यायालय उनको रिहा नही कर रहे है। न्यायालय बड़े-बड़े खूंखार अपराधियों को छोड़ रही है जो बाहर आकर दुबारा क्राइम कर सकते है लेकिन दोनों बुजर्ग संत के ऊपर न कोई बलात्कार का एविडेंस है और नही मड़र केस है और नही बाहर आकर क्राइम कर सकते है फिर भी उनको रिहा नही किया जा रहा है ये पूरा असन्तुलन नही हो रहा है क्या ?

एडवोकेट कीर्ति आहूजा आगे बताती है कि मैंने एक PLI फाइल की थी उसमें बताया था, कि जो सामुहिक बलात्कार है अथवा बलात्कार और मड़र केस है और सच मे जिनके साथ रेप हुआ है,ऐसे केसों में सिर्फ ट्रायल के दौरान ही फास्ट ट्रैक कोर्ट नहीं बल्कि अपील केसों में भी फास्ट ट्रैक सुनवाई हो । जिससे उनको जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

एडवोकेट कीर्ति आहूजा ने आगे बताया कि मैंने ऐसे भी कई केस देखे है कि जिनके ऊपर झूठे रेप केस लगाया गया है। मैंने खुद झूठे रेप केस में फंसे पुरुषों को रिहा करवाया और झूठे रेप केस करने वाली लड़कियों पर एफआईआर दर्ज करवाई की आखिर क्यो ऐसे झूठे केस रजिस्टर किये गए ?

झूठे रेप केस करने पर समाज और लड़कियों को भारी नुकसान होता है क्योंकि जिनके ऊपर झूठे रेप के आरोप लगे है उसके साथ अन्याय हो रहा है और वास्तविक में जिसके साथ रेप हुआ है उसकी सुनवाई नही होती है क्योंकि उनको भी शंका की नजर से देखा जाता है और झूठे केस इतने ज्यादा हो जाते है इसके कारण सुनवाई भी जल्दी नही हो पाती है जिसके कारण वास्तविकता में पीड़िता को न्याय नही मिल पाता हैं। इसलिए मैं हमेंशा आवाज उठाती आई हूं कि झूठे रेप केस नही होने चाहिए।

एडवोकेट कीर्ति आहूजा ने आगे बताया कि सुप्रीम कोर्ट 4 साल की बच्ची का रेप और मड़र करने वाले खूंखार अपराधी को छोड़ सकती है तो 10 साल से बिना सबूत जेल में आशाराम बापू और फलहारी बाबा को रखा है उनको रिहा करना चाहिए जिससे असंतुल नही होगा और आम जनता के मन मे सवाल नही उठेंगे।

कानून घड़ी है, सुइयों को सही करने की ज़रुरत

एडवोकेट कीर्ति आहूजा के मुताबिक, कानून और संस्थाएं घड़ी की तरह होती हैं। इन्हें कई बार साफ करना पड़ता है, ठीक और सही समय सेट करना पड़ता है। कानून हमेशा एक सा नहीं रहता। यह एक बदलाव की प्रक्रिया के अधीन है। समय और परिस्थितियों के साथ इसके बदलते रहने की जरुरत होती है। जब यह समय की मांग के साथ न्याय स्थापना में फेल होता है तो यह खतरनाक ढांचा बन जाता है जो सामाजिक विकास को रोक देता है।

बता दे कि झूठा रेप केस करने पर महिलाओं को ज्यादा नुकसान होता हैं क्योंकि एक पुरुष के साथ उनकी माँ, बहन, पत्नी आदि महिलाएं जुड़ी होती है अगर पुरुष जेल में चला जाता है तो इन सभी के ऊपर नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं और निर्दोष पुरुष के पैसे, समय और इज्जत खराब होती है उसकी भरपाई कोई नही कर पाता है इसलिए झूठे केस करने वाले पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।

आपको बता दे कि हिन्दू संत आशाराम बापू ने राष्ट्र, भारतीय संस्कृति व समाज उत्थान के अथाह सेवाकार्य किये और धर्मांतरण पर रोक लगाई, लाखों हिंदुओं की घर वापसी करवाई और करोड़ो लोगो मे हिन्दू धर्म की लो जगाई और विदशों में भी भारतीय संस्कृति का परचम लहराया और भारत को विश्वगुरु पद पर आसीन होने के लिए तन मन धन से अथाह पुरुषार्थ किया, जिसके कारण विधर्मियों ने उनको झूठे केस में जेल भेज दिया । क्योंकि बापू आशारामजी के ऊपर तथाकथित छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली लड़की ने जिस समय की घटना बताई है उस समय आशाराम बापू एक कार्यक्रम में व्यस्त थे उसके पुख्ता सबूत भी है, कई लोग गवाह हैं और लड़की किसी अन्य के साथ फोन से चैट कर रही थी उसके भी प्रमाण है और मेडिकल रिपोर्ट में लड़की के शरीर पर एक भी खरोंच का निशान तक नही आया है और बापूजी को षडयंत्र के तहत फंसाने के कई पुख्ता सबूत है फिर भी उनको जेल में रखा गया है यह एक राष्ट्र विरोधी ताकतों का अंतरराष्ट्रीय षडयंत्र है ।

जनता की मांग है कि निर्दोष संत को अति शीघ्र रिहा करना चाहिए।

Follow on

Facebook
https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/

Instagram:
http://instagram.com/AzaadBharatOrg

Twitter:
twitter.com/AzaadBharatOrg

Telegram:
https://t.me/ojasvihindustan

http://youtube.com/AzaadBharatOrg

Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ