योग स्वस्थ जीवन की कुंजी है।

21 June 2022

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🚩21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं।

🚩भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायान में प्रवेश करता है।

🚩इस दिन योग करने से कई फायदे मिलते हैं। इसलिए 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

🚩”योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है,विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है।

🚩यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आयें एक अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।”

🚩 जो रोजाना योग करते है,उनको हॉस्पिटल का मुँह नही देखना पड़ता ,अर्थात योग करने वाले स्वस्थ रहते ,मजबूत रहते।

🚩वर्तमान समय में अपनी व्यस्त जीवन शैली के कारण लोग संतोष पाने के लिए योग करते हैं। योग से न केवल व्यक्ति का तनाव दूर होता है बल्कि मन और मस्तिष्क को भी शांति मिलती है योग बहुत ही लाभकारी है।

🚩हिन्दू धर्म की शाखाएं जैन धर्म और बौद्ध धर्म में , सिख धर्म में योग के अनेक सम्प्रदाय हैं, योग के विभिन्न लक्ष्य हैं तथा योग के अलग-अलग व्यवहार हैं।परम्परागत योग तथा इसका आधुनिक रूप विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।

🚩सबसे पहले ‘योग’ शब्द का उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। इसके बाद अनेक उपनिषदों में इसका उल्लेख आया है। कठोपनिषद में सबसे पहले योग शब्द उसी अर्थ में प्रयुक्त हुआ है जिस अर्थ में इसे आधुनिक समय में समझा जाता है। माना जाता है कि कठोपनिषद की रचना ईसापूर्व पांचवीं और तीसरी शताब्दी ईसापूर्व के बीच के कालखण्ड में हुई थी।

🚩 पतञ्जलि का योगसूत्र योग का सबसे पूर्ण ग्रन्थ है। इसका रचनाकाल ईसा की प्रथम शताब्दी या उसके आसपास माना जाता है। हठ योग के ग्रन्थ ९वीं से लेकर ११वीं शताब्दी में रचे जाने लगे थे। इनका विकास तन्त्र से हुआ।

🚩पश्चिमी जगत में “योग” को हठयोग के आधुनिक रूप में लिया जाता है जिसमें शारीरिक फिटनेस, तनाव-शैथिल्य तथा विश्रान्ति (relaxation) की तकनीकों की प्रधानता है। ये तकनीकें मुख्यतः आसनों पर आधारित हैं जबकि परम्परागत योग का केन्द्र बिन्दु ध्यान है और वह सांसारिक लगावों से छुटकारा दिलाने का प्रयास करता है।

🚩 पश्चिमी जगत में आधुनिक योग का प्रचार-प्रसार भारत से उन देशों में गये गुरुओं ने किया जो प्रायः स्वामी विवेकानन्द की पश्चिमी जगत में प्रसिद्धि के बाद वहाँ गये थे।

🚩योग से मन शांत रहता ,तन निरोग रहता,मोटापा कंट्रोल रहता,अनेक प्रकार की बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए योग करें। मन और दिमाग शांत रहे (Yoga for Mind) …बीमारियों से करे बचाव (Protect Against Diseases) …ऊर्जावान और तरोताजा रखे (Energetic and Fresh) …शरीर को लचीला बनाए (Make Body Flexible) …फिट रहने में मददगार (Help to Stay Fit) …तनाव कम करने में सहायक (Helpful in Reducing Stress)

🚩योग मन और तन को संतुष्ट रखने में मदद करता है। एक योग करने वाला व्यक्ति योग न करने वाले व्यक्ति की तुलना में ज्यादा स्वस्थ और खुश रहता है। योग से आंतरिक खुशी मिलती है, आनंद की अनुभूति होती है और मन प्रसन्न रहता है। योग के दौरान ध्यान लगाया जाता है, जो शरीर और मस्तिष्क को मिलाने में मदद करता है।

🚩योग या योगासन करके आप अपने मन और दिमाग को शांत रख सकते हैं। इससे आप मानसिक रूप से एकदम स्वस्थ रह सकते हैं। दरअसल, योग करने से काफी अच्छी नींद आती है जिससे मन शांत रहता है। जिम या एक्सरसाइज से आप शारीरिक रूप से फिट रह सकते हैं, लेकिन योग यानी ध्यान आपको मानसिक सुकून भी देता है। स्वस्थ मन और मस्तिष्क के लिए रोजाना योग का अभ्यास करें।

🚩योग शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। नियमित रूप से योग करने से बीमारियां आस-पास नहीं भटकती है। योग करने वाला व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रहता है। योगाभ्यास रोगों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। योग गंभीर से गंभीर बीमारियों से हमारा बचाव करने में मददगार होता है। इतना ही नहीं अगर कोई व्यक्ति गंभीर बीमारी से पीड़ित है, तो योग उससे भी लड़ने की शक्ति देता है।

🚩रोज सुबह-सुबह के समय करना बेहद फायदेमंद होता है। सुबह योग करने से आप पूरे दिन ऊर्जावान रह सकते हैं। यह शरीर से आलस को दूर कर आपको तरोताजा रखने में भी मदद करता है। योग करने वाला व्यक्ति शारीरिक रूप से सक्रिय रहता है, वह तनावमुक्त रहता है और हमेशा खुश नजर आता है। योग व्यक्ति को प्रकृति के पास ले जाता है।

🚩अगर आप रोज योग, प्राणायाम या व्यायाम करते हैं, तो इससे आपका शरीर लचीला बन सकता है। योग पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे सभी अंग सुचारू रूप से काम करते हैं। एक फ्लैक्सिबल बॉडी पाने की चाहत हर कोई रखता है, ऐसे में योग आपकी मदद कर सकता है।

🚩आजकल लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रह पाते हैं, जिससे वे कई तरह की लाइफस्टाइल बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। इसमें मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज बेहद सामान्य हैं। अगर आप इन बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो रोग को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें। यह खराब जीवनशैली से होने वाली बीमारियों से आपको बचाव करने में मदद करता है। इतना ही नहीं अगर आप इन बीमारियों से पीड़ित हैं, तो भी योग करने से आप काफी हद तक इन्हें नियंत्रण में रख सकते हैं।

🚩योग करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे नींद अच्छी आती है और तनाव भी कम होता है। साथ ही यह व्यक्ति को बीमारियों से दूर और खुश रखता है, जिससे तनाव और अवसाद खुद ही कम हो जाता है। अगर आप इसका नियमित अभ्यास करते हैं, तो इससे धीरे-धीरे आपका तनाव दूर हो सकता है।

🚩स्वस्थ जीवन जीने के लिए रोज करें योग।

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