मदर टेरेसा के चमत्कार कैसे हुए, सच जानना जरूरी है

26 अगस्त 2021

azaadbharat.org

🚩यीशु और बाइबिल में दृढ विश्वास रखने वाली मदर टेरेसा ने खुद कई बार अपनी आँखों एवं दिल का आपरेशन करवाया. हार्ट अटैक के कारण ही 5 सितंबर 1997 के दिन मदर टैरेसा की मृत्यु हुई थी.
रोमन कैथोलिक में किसी को संत घोषित करना हो तो उसकी पहली शर्त होती है- उपरोक्त व्यक्ति के नाम के साथ कोई चमत्कार घटित होता दिखाया जाये। अगर चमत्कार का ‘प्रमाण’ पेश किया गया तो उपरोक्त व्यक्ति का ‘बीटिफिकेशन’ होता है अर्थात उसे ईसा के प्रिय पात्रों में शुमार किया जाता है, जिसका ऐलान वेटिकन में आयोजित एक बड़े धार्मिक जलसे में लाखों लोगों के समक्ष किया जाता है तथा दूसरे चरण में उसे संत घोषित किया जाता है जिसे ‘कननायजेशन’ कहते हैं। टेरेसा का कननायजेशन सितम्बर 2016 में हुआ था.

🚩अभी कुछ साल पहले (2003 में ) मदर टेरेसा का बीटिफिकेशन हुआ था, जिसके लिए राईगंज के पास की रहनेवाली किन्हीं मोनिका बेसरा से जुड़े ‘चमत्कार’ का विवरण पेश किया गया था। गौरतलब है कि ‘चमत्कार’ की घटना की प्रामाणिकता को लेकर सिस्टर्स आफ चैरिटी के लोगाें ने लम्बा चौड़ा 450 पेज का विवरण वेटिकन को भेजा था। यह प्रचारित किया गया था कि मोनिका के ट्यूमर पर जैसे ही मदर टेरेसा के लॉकेट का स्पर्श हुआ, वह फोड़ा छूमन्तर हुआ। दूसरी तरफ खुद मोनिका बेसरा के पति सैकिया मूर्मू ने खुद ‘चमत्कार’ की घटना पर यकीन नहीं किया था और मीडियाकर्मियों को बताया था कि किस तरह मोनिका का लम्बा इलाज चला था। दूसरे राईगंज के सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने भी बताया था कि किस तरह मोनिका बेसरा का लम्बा इलाज उन्होंने उसके ट्यूमर ठीक होने के लिए किया। बाद में डरा कर उसके पति का बयान भी बदलवा दिया।

🚩दूसरा चमत्कार –

2008 में, ब्राजील के मार्सिलियो हदद एंड्रिनो मौत के करीब थे। एक संक्रमण ने उनके मस्तिष्क को फोड़े और जमा होने वाले तरल पदार्थ के साथ छोड़ दिया था, और उनकी बिगड़ती स्थिति ने उन्हें कोमा में डाल दिया था। उनकी पत्नी फर्नांडा ने मदर टेरेसा से मदद की गुहार लगाई। एक पादरी ने फर्नांडा को मदर टेरेसा का एक अवशेष दिया और उसने अवशेष को मार्सिलियो के सिर पर रख दिया, जहां उसके फोड़े थे। उनके मस्तिष्क के चारों ओर तरल पदार्थ निकालने के लिए उन्हें सर्जरी के लिए भेजा गया था। लेकिन इससे पहले कि ऑपरेशन शुरू हो पाता, एंड्रिनो चमत्कारिक ढंग से उठा और पूछा, “मैं यहाँ क्या कर रहा हूँ?” उसके मस्तिष्क के चारों ओर के फोड़े और तरल पदार्थ सर्जरी की आवश्यकता के बिना गायब हो गए। इन पति पत्नी को संत घोषित करते समय वेटिकन में बुलाया।

दूसरा चमत्कार इसलिए घोषित किया गया कि कहीं मोनिका बेसरा का पति या कोई डॉक्टर सच बोलकर भंडाफोड़ न कर दे!

🚩आधिकारिक जीवनी में अन्य चमत्कार
एक फिलिस्तीनी लड़की सपने में मदर टेरेसा को देखने के बाद हड्डी के कैंसर से उबर गई।
एक फ्रांसीसी लड़की जिसने कहा था कि मदर टेरेसा के एक पदक को छूने से पसलियां ठीक हो गईं, वह एक कार दुर्घटना में टूट गई थी- लेकिन यह उपचार इतनी जल्दी नहीं हुआ कि चमत्कार के रूप में देखा जा सके।

यह दोनों चमत्कार इसलिए नहीं माने गए क्योंकि इनसे मिशनरी को कोई लाभ नहीं होना था। फिलिस्तीन में कोई मुस्लिम ईसाई नहीं बनता. फ्रांस (पूरे यूरोप में भी) में कैथोलिक चर्च तेजी से बंद हो रहे हैं. कैथोलिक लोग नास्तिक बन रहे हैं. भारत में हिन्दुओं को ईसाई बनाने का अच्छा मौक़ा है.

🚩वेटिकन में 4 सितम्बर 2016 को मदर टेरेसा को “संत” की उपाधि से नवाज़ा गया. इस समारोह में भाग लेने के सुषमा स्वराज के साथ इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल, नीतीश कुमार और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के जाने की भी सूचना थी. कौन कौन गया इसकी जानकारी नहीं मिली. वेटिकन के अनुसार 15 देशों के राष्ट्राध्यक्ष आए थे.

🚩दिवंगत पोप जॉन पॉल द्वितीय ने अपना पूरा जीवन ईसाई मत को समर्पित कर दिया था. उनके बारे में मैंने पढ़ा है कि वो सन 2001 में पार्किन्सन रोग से पीड़ित थे और चलने फिरने में बिलकुल असमर्थ थे. 2005 में उनका निधन हुआ था. पता नहीं मदर टेरेसा ने उन पर अपना चमत्कार क्यों नहीं दिखाया?

🚩पॉल दिनाकरन 1983 से चंगाई प्रार्थना कर रहे हैं. उन्होंने अपनी चंगाई प्रार्थना से पोप जॉन पॉल द्वितीय को स्वस्थ क्यों नहीं कर दिया?
उन्होंने मदर टेरेसा की मदद क्यों नहीं की? जिस तरह का वो चमत्कारी ढंग से ‘चंगाई’ इलाज करने का दावा करते हैं, उसका प्रयोग उन्होंने ईसाई समाज के मशहूर आध्यात्मिक लोगों पर क्यों नहीं किया?

🚩कौन है पॉल दिनाकरन?
आपने मोबाइल के प्रीपेड प्लान देखे होंगे. इन्स्योरैंस के पैकेज देखे होंगे. ये सब आम बातें हैं. ख़ास क्या है? पाल बाबा का प्रार्थना पैकेज. आपको स्थाई बीमारी है- 5000 रूपए की प्रार्थना; आपकी नौकरी नहीं लग रही– 2000 रुपये का प्रीपेड प्रार्थना पैक खरीदें.

🚩क्यों चौंक गए?

ईसाई चमत्कारिक प्रेरक/ प्रचारक – पाल दिनाकरन– प्रार्थना के पैक बेचते हैं.
पॉल दिनाकरन प्रार्थना की ताकत से भक्तों को शारीरिक तकलीफों व दूसरी समस्याओं से छुटकारा दिलाने का दावा करते हैं। पॉल बाबा अपने भक्तों को इंश्योरेंस या प्रीपेड कार्ड की तरह प्रेयर पैकेज बेचते हैं। यानी, वे जिसके लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं, उससे मोटी रकम भी वसूलते हैं। मसलन 3000 रुपये में आप अपने बच्चों व परिवार के लिए प्रार्थना करवा सकते हैं। वे कोयंबटूर में एक इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी के मालिक हैं। उनका 24 घंटे का चैनल रेनबो भी है। दुनिया भर में उनके 30 प्रेयर टॉवर हैं। कहा जाता है कि उनकी किसी भी सभा में एक लाख से अधिक भक्त मौजूद होते हैं.

🚩पॉल दिनाकरन जो कि एक ईसाई प्रेरक हैं उनकी संपत्ति 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा है, बिशप के.पी. योहन्नान की संपत्ति 7000 करोड़ रुपये है, ब्रदर थान्कू (कोट्टायम, केरला ) की संपत्ति 6000 करोड़ रुपये से अधिक है। – डॉ. विवेक वर्मा
shorturl.at/cpuJR

🚩गांधीजी कहते थे,
“हमें गोमांस भक्षण और शराब पीने की छूट देने वाला ईसाई धर्म नहीं चाहिए। धर्म परिवर्तन वह ज़हर है जो सत्य और व्यक्ति की जड़ों को खोखला कर देता है। मिशनरियों के प्रभाव से हिन्दू परिवार का विदेशी भाषा, वेशभूषा, रीति रिवाज़ के द्वारा विघटन हुआ है। यदि मुझे क़ानून बनाने का अधिकार होता तो मैं धर्म परिवर्तन बंद करवा देता। इसे तो मिशनरियों ने व्यापार बना लिया है पर धर्म आत्मा की उन्नति का विषय है। इसे रोटी, कपड़ा या दवाई के बदले में बेचा या बदला नहीं जा सकता।”

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