ज्ञानवापी मंदिर की तरह ही भारत के और भी कई हिन्दू मंदिरों पर खड़ी है मस्जिदें

21 मई 2022

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🚩भारत के 1800 से भी अधिक हिन्दू मंदिरों को तोड़कर बनाई गई हैं मस्जिदें-मजारे

🚩हम लेकर आए हैं देशभर की सूची…..जहाँ मन्दिरों को तोड़कर मस्जिदों को बनाया गया।

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🚩5 फरवरी, 1989 को अरुण शौरी (Arun Shourie) का एक लेख प्रकाशित हुआ था। उसमें उन्होंने एक प्रसिद्ध और प्रभावशाली व्यक्ति मौलाना हकीम सैयद अब्दुल हाई (Maulana Hakim Sayid Abdul Hai) का जिक्र किया था।

🚩 शौरी ने बताया था कि उन्होंने कई किताबें लिखी हैं, जिनमें से एक किताब ‘हिंदुस्तान की मस्जिदें’ है, जिसमें 17 पन्नों का अध्याय था।

🚩उस अध्याय के बारे में बात करते हुए शौरी ने कहा था, उसमें मस्जिदों का संक्षिप्त विवरण लिखा गया था, जिसमें हकीम सैयद अब्दुल हाई ने बताया था कि कैसे मस्जिदों के निर्माण के लिए हिंदू मंदिरों को नष्ट कर दिया गया था।

🚩हर विवादित मस्जिद के नीचे मंदिर… वो 1800 से अधिक मस्जिदें है , जहाँ हिन्दू मंदिरों को तोड़कर कर बनाई गई है:मस्जिदें-मजार।

🚩हम लेकर आए हैं भारत के हर राज्य की सूची।

🚩हिंदुस्तान की मस्जिदें किताब में मध्य प्रदेश के 151 मंदिरों का उल्लेख किया गया है,जिसे तोड़कर मस्जिदें बनाई गयी , तमिलनाडु के 175 मंदिरों का उल्लेख है जिसे तोड़कर मस्जिदें बनाई गई, महाराष्ट्र के 143 मंदिरों का उल्लेख है,जिसे तोड़कर मस्जिदें बनाई गई और कर्नाटक के 192 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई ।

🚩आंध्र प्रदेश को लेकर सीता राम गोयल और अन्य लेखकों ने इस हिंदुस्तान की मस्जिदें किताब में उल्लेख किया है कि मंदिरों को तोड़ने के बाद वहां मस्जिदों, दरगाहों और मजारों को बनाया गया।

🚩आंध्र प्रदेश में 142 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गयी ।

🚩जिनमें कदिरी में जामी मस्जिद, पेनुकोंडा में अनंतपुर शेर खान मस्जिद, बाबया दरगाह पेनुकोंडा, जो इवारा मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। तदपत्री में ईदगाह, गुंडलाकुंटा में दतगिरी दरगाह, दतगिरी दरगाह को जनलापल्ले में जंगम मंदिर के ऊपर बनाया गया है।

🚩वहीं, हैदराबाद के अलियाबाद में मुमिन चुप की दरगाह है, जिसे 1322 में एक मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩 इसी तरह, राजामुंदरी में जामी मस्जिद का निर्माण 1324 में वेणुगोपालस्वामी मंदिर को नष्ट करके किया गया था। आंध्र प्रदेश में मंदिरों का विनाश सदियों से जारी है। 1729 में बनाई गई गचिनाला मस्जिद (Gachinala Masjid,) को राज्य की सबसे नई मस्जिद के रूप में जाना जाता था जो कि एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाई गई है।

🚩हिंदुस्तान की मस्जिदें किताब में असम के दो मंदिरों का उल्लेख भी किया गया है, जिन्हें तोड़कर मस्जिद और मजार में परिवर्तित कर दिया गया था। इनके नाम हैं, पोआ मस्जिद (Poa Mosque) और सुल्तान गयासुद्दीन बलबन (Ghiyasuddin Balban) की मजार, ये दोनों कामरूप जिले के हाजो के मंदिरों को तोड़कर बनाये गए हैं।

🚩पश्चिम बंगाल में 102 जगहों पर मस्जिदें, किले और दरगाह हैं, जिन्हें मुस्लिम शासकों ने मंदिर को नष्ट करके बनाया था। उन्होंने मंदिरों को नष्ट करने के बाद इकट्ठा हुए मलबे का इस्तेमाल करके इसे बनाया था। इन संरचनाओं में लोकपुरा की गाजी इस्माइल मजार भी शामिल है, जो वेणुगोपाल मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩 बीरभूम सियान (1221) Birbhum Siyan (1221) में मखदूम शाह दरगाह को बनाने के लिए भी हिन्दू मंदिर को तोड़कर किया गया था। सुता में सैय्यद शाह शाहिद महमूद बहमनी दरगाह को भी बौद्ध मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। बनिया पुकुर में 1342 में बनाई गई अलाउद-दीन अलौल हक़ मस्जिद (Alaud-Din Alaul Haqq Masjid) को भी मंदिर को तोड़कर बनाया गया था ।

🚩बारहवीं शताब्दी ईस्वी के अंत में मुस्लिमों ने एक हिंदू राजधानी लक्ष्मण नवती को नष्ट करके गौर में एक मुस्लिम शहर बनाया था। छोटी सोना मस्जिद, तांतीपारा मस्जिद, लटन मस्जिद, मखदुम अखी सिराज चिश्ती दरगाह, चमकट्टी मस्जिद, चाँदीपुर दरवाजा और अन्य संरचनाओं सहित कई मुस्लिम संरचनाएँ शहर में हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाई गई थीं।

🚩बिहार में कुल 77 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गयी। भागलपुर में, हजरत शाहबाज की दरगाह 1502 में एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। इसी तरह चंपानगर में जैन मंदिरों को नष्ट कर कई मजारों का निर्माण कराया गया था। मुंगेर जिले के अमोलझोरी में मुस्लिम कब्रिस्तान एक विष्णु मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। गया के नादरगंज में शाही मस्जिद को 1617 में एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩बिहार के नालंदा जिले में भी मंदिरों को नष्ट किया गया था। 1380 में मखदुमुल मुल्क शरीफुद्दीन की दरगाह, बड़ा दरगाह, छोटा दरगाह और अन्य शामिल हैं। पटना में शाह जुम्मन मदारिया की दरगाह एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। शाह मुर मंसूर की दरगाह, शाह अरज़ानी की दरगाह, पीर दमरिया की दरगाह भी बौद्ध स्थलों को तोड़कर गई था।

🚩 हिंदुस्तान की मस्जिदें किताब में दिल्ली का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि यहाँ कुल 72 जगहों की पहचान की गई है, जहाँ पर मुस्लिम आक्रमणकारियों ने सात शहरों का निर्माण करने के लिए इंद्रप्रस्थ और ढिलिका को नष्ट कर दिया था। कई हिन्दू मंदिरो को तोड़कर मस्जिदों, मजारों ,स्मारकों को बनाया गया था, जिनमें कुतुब मीनार, कुव्वतुल इस्लाम मस्जिद (1198), शम्सूद-दीन इल्तुतमिश का मकबरा, जहाज़ महल, अलल दरवाजा, अलल मीनार, मदरसा और अलाउद-दीन खिलजी का मकबरा और माधी मस्जिद शामिल हैं।

🚩हिंदुस्तान की मस्जिदें किताब में गुजरात की 170 ऐसी जगहों के बारे में बताया गया है, जहाँ मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं। असवल, पाटन और चंद्रावती के मंदिरों को तोड़कर अहमद शाह की जामी मस्जिद, हैबिट खान की मस्जिद बनाई गई।

🚩ढोलका जिले में बहलोल खान की मस्जिद और बरकत शहीद की मजार भी हिन्दू मंदिरों को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩 इसी तरह, सरखेज में, Shaikh Ahmad Khattu Ganj Baksh की दरगाह को 1445 में मंदिरो को तोड़कर बनाया गया था । 1321 में, भरूच में हिंदू और जैन मंदिरों को तोड़ने के बाद जामी मस्जिद का निर्माण किया गया था।

🚩भावनगर में बोटाद में पीर हमीर खान की मजार को भी एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाया गया था । 1473 में द्वारका में एक मंदिर के स्थल पर मस्जिद का निर्माण किया गया था। भुज में, जामी मस्जिद और बाबा गुरु के गुंबद मंदिर के स्थान पर बनाए गए थे। जैन समुदाय के लोगों को रांदेर से निकाल दिया गया और मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बना दी गई थीं। जैसे जामी मस्जिद, नित नौरी मस्जिद, मियां की मस्जिद, खारवा मस्जिद को भी मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। इसके अलावा सोमनाथ पाटन में बाजार मस्जिद, चाँदनी मस्जिद और काजी की मस्जिद भी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩दीव में जो जामी मस्जिद है, उसका निर्माण 1404 में किया गया था। पुस्तक में इसका भी उल्लेख किया गया है। इसे भी एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩इतिहासकारों द्वारा हरियाणा में कुल 77 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई है। पिंजौर, अंबाला में मंदिर की सामग्री का उपयोग फिदई खान के बगीचे के निर्माण में किया गया था। फ़िदाई खान गार्डन, जिसे बाद में एक सिख सम्राट ने बदलकर यादवेंद्र गार्डन कर दिया था। इसे पिंजौर गार्डन के नाम से भी जाना जाता है,ये भी मंदिर को तोड़कर करके बनाया गया था। फरीदाबाद में, जामी मस्जिद 1605 में एक मंदिर के स्थान पर बनाई गई है। नूंह में भी मंदिर को तोड़कर करके 1392 में एक मस्जिद का निर्माण किया गया था।

🚩बावल की मस्जिदें और गुरुग्राम जिले के फर्रुखनगर में जामी मस्जिद भी मंदिर को तोड़कर बनाई गई हैं। कैथल में बल्ख के शेख सलाह-दीन अबुल मुहम्मद (Salahud-Din Abul Muhammad) की दरगाह 1246 में मंदिर को तोड़कर करके बनाई गई थी। कुरुक्षेत्र में टीले पर मदरसा और झज्जर में काली मस्जिद भी मंदिरो को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩 हिसार की मस्जिदों को फिरोज शाह तुगलक ने मंदिरो को तोड़कर बनाई, अग्रोहा में मंदिरो को तोड़कर मस्जिद बनाई गई।

🚩 अग्रोहा शहर का निर्माण भगवान राम के पुत्र कुश के वंशज महाराजा अग्रसेन ने करवाया था। महाराजा अग्रसेन का जन्म भगवान राम के बाद 35वीं पीढ़ी में हुआ था। 1192 में मुहम्मद गौरी ने इस शहर के मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई थी।

🚩हिंदुस्तान की मस्जिदें किताब में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में एक जगह के बारे में बताया गया है, यहाँ मंदिर को तोड़कर जहाँगीरी गेट बनाया गया था।

🚩कर्नाटक में कुल 192 हिन्दू मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई हैं। बेंगलुरु के डोड्डा बल्लापुर में अजोधन की मुहिउद-दीन चिश्ती की दरगाह को मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। कुदाची में मखदूम शाह की दरगाह और शेख मुहम्मद सिराजुद-दीन पिरदादी की मजार भी हिन्दू मंदिर तोड़कर बनाई गई थी।

🚩हम्पी के विजयनगर में मस्जिद और ईदगाह भी हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाए गए थे। काफी पुराने हिंदू शहर बीदर में भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई ।

🚩 बीदर में सोला खंबा मस्जिद, जामी मस्जिद, मुख्तार खान की मस्जिद भी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थीं ।

🚩भारत मे कई शहरो के कई मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई है ।

🚩 जामी मस्जिद, महला शाहपुर में मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं। बीजापुर एक प्राचीन हिंदू शहर हुआ करता था, लेकिन इसे भी मुसलमानों ने हिन्दुओ को मारकर कई मस्जिदें बनाई, जामी मस्जिद, करीमुद-दीन की मस्जिद, छोटा मस्जिद, आदि मंदिर को तोड़कर मस्जिदें बनाई थी। मैसूर में सैय्यद सालार मसूद की मजार भी मंदिर को तोड़कर बनाई है।

🚩केरल की दो जगहों का उल्लेख किया गया है। पहला कोल्लम में जामी मस्जिद और दूसरा पालघाट में टीपू सुल्तान द्वारा बनाए गए किले को जिसे हिन्दू मंदिरों को तोड़कर बनाया गया था।

🚩लक्षद्वीप में दो जगहों के बारे में बताया गया है। कल्पेनी में मुहिउद-दीन-पल्ली मस्जिद (Muhiud-Din-Palli Masjid) और कवरती में प्रोट-पल्ली मस्जिद भी मंदिर को तोड़कर बनाई गई है। यह सर्वविदित है कि लक्षद्वीप में अब 90% के आसपास मुस्लिम हैं।

🚩हिंदुस्तान की मस्जिदें किताब में मध्य प्रदेश के 151 मंदिरों का उल्लेख है,जहाँ मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई । भोपाल में कुदसिया बेगम (Qudsia Begum) द्वारा जामी मस्जिद का निर्माण किया गया था,जो हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाया था। दमोह में गाजी मियां की दरगाह को भी मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩 धार राजा भोज परमार की राजधानी हुआ करती थी। यहाँ भी मुस्लिम लोगों ने कई मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई थी। कमल मौला मस्जिद, लाट की मस्जिद, अदबुल्लाह शाह चंगल की मजार आदि का निर्माण मंदिर को तोड़कर किया गया।

🚩मांडू एक प्राचीन हिंदू शहर था,यहाँ भी जामी मस्जिद, दिलावर खान की मस्जिद, छोटी जामी मस्जिद आदि का निर्माण मंदिर को तोड़कर किया गया है। चंदेरी को भी मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩मोती मस्जिद, जामी मस्जिद और अन्य संरचनाओं में भी मंदिर की सामग्री का इस्तेमाल किया गया था। ग्वालियर में, मुहम्मद गौस की दरगाह, जामी मस्जिद और गणेश द्वार के पास वाली मस्जिद को मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩किताब में उल्लेख है कि महाराष्ट्र के 143 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों को बनाया गया था। अहमदनगर में अम्बा जोगी किले में मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गयी थी। गॉग (Gogh) में ईदगाह, जिसे 1395 में बनाया गया था, यह भी एक मंदिर को तोड़कर बनाया गया है। अकोट (Akot) की जामी मस्जिद 1667 में एक मंदिर के स्थल पर बनाई गई थी। करंज में अस्तान मस्जिद 1659 में एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाई थी। रीतपुर में औरंगजेब की जामी मस्जिद भी मंदिर को तोड़कर बनाई थी। हजरत बुरहानुद्दीन-दीन गरीब चिश्ती की दरगाह खुल्दाबाद को भी एक मंदिर को तोड़कर 1339 में बनाई गई थी।

🚩मैना हज्जम की मजार मुंबई में महालक्ष्मी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। मुंबई में जामी मस्जिद भी एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। परंदा में तलाब के पास नमाजगाह का निर्माण मनकेवरा मंदिर को ध्वस्त करके किया गया था।

🚩 लातूर में, मीनापुरी माता मंदिर को तोड़कर मबसू साहिब की दरगाह बना दी गई। सोमवारा मंदिर को तोड़कर सैय्यद कादिरी की दरगाह बनाई गई। वहीं, रामचंद्र मंदिर को तोड़कर पौनार की कादिमी मस्जिद (Qadimi Masjid) बना दी गई।

🚩ओडिशा में 12 ऐसी जगह हैं, जहाँ मंदिरों को तोड़कर उसके स्थान पर मस्जिद, दरगाह और मजार बनाई गई है।

🚩बालेश्वर में महल्ला सुन्नत में जामी मस्जिद श्री चंडी मंदिर को तोड़कर बनाया गया। शाही मस्जिद और कटक में उड़िया बाजार की मस्जिदों के साथ-साथ केंद्रपाड़ा में एक मस्जिद को मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩किताब में उल्लेख है कि पंजाब के 14 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों को बनाया गया। इसमें बाबा हाजी रतन की मजार बठिंडा में एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई है। जालंधर के सुल्तानपुर की बादशाही सराय बौद्ध विहार को तोड़कर बनाया।

🚩लुधियाना में अली सरमस्त की मस्जिद भी एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई। बहादुरगढ़ में किले अंदर एक मस्जिद बनाई गई है। उसका निर्माण भी मंदिर को तोड़कर किया गया है।

🚩हिंदुस्तान की मस्जिदें पुस्तक में लिखा कि राजस्थान के 170 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों को बनाया गया।

🚩 अजमेर में कई हिंदू मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई। अढ़ाई-दिन-का-झोंपरा 1199 में बनाया गया था, मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह 1236 में बनाई गई थी, और अन्य मस्जिदों का निर्माण भी हिन्दू मंदिरों को तोड़कर किया गया। तिजारा में भरतारी मजार (Bhartari mazar) एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। बयाना में नोहारा मस्जिद का निर्माण उषा मंदिर को तोड़कर किया गया था।

🚩 भितरी-बहारी (Bhitari-Bahari Mahalla) की मस्जिद को भी विष्णु भगवान के मंदिर को तोड़कर किया गया था।

🚩काम्यकेश्वर मंदिर को कामां में चौरासी खंबा को तोड़कर मस्जिद बना दी गई थी। पार्वंथा मंदिर (Parvantha) को तोड़कर जालोर में तोपखाना मस्जिद बनाई गई,जिसे 1323 में बनाया गया था। शेर शाह सूरी के किले शेरगढ़ को हिंदू, बौद्ध और जैन मंदिरों को तोड़कर किया गया था।

🚩 लोहारपुरा में पीर जहीरुद्दीन की दरगाह मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। 1625 में, सलावतन में मस्जिद भी एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। पीर जहीरुद्दीन की मजार और नागौर में बाबा बद्र की दरगाह को भी हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩किताब में तमिलनाडु के 175 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों को बनाया गया ऐसा उल्लेख आया। Chingleput के आचरवा में शाह अहमद की मजार भी एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। कोवलम में मलिक बिन दिनार की दरगाह भी एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩पंचा पद्यमलाई की पहाड़ी का नाम बदलकर मौला पहाड़ कर दिया गया था। एक प्राचीन गुफा, मंदिर के सेट्रल हॉल को तोड़कर मस्जिद बना दिया गया था।

🚩 कोयंबटूर में, टीपू सुल्तान ने अन्नामलाई किले को हिन्दू मंदिरों तोड़कर बनाया था।

🚩 टीपू सुल्तान की मस्जिद भी एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩तिरुचिरापल्ली (Tiruchirapalli) में नाथर शाह वाली की दरगाह एक शिव मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। मंदिर के लिंगम का उपयोग लैंप के रूप में किया गया था।

🚩किताब में उल्लेख आया कि उत्तर प्रदेश के 299 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों को बनाया गया था। जो मंदिर सामग्री और मंदिर के स्थानों पर बनाए गए थे।

🚩 आगरा की कलां मस्जिद का निर्माण हिन्दू मंदिर को तोड़कर किया गया था। अकबर के किले में नदी के किनारे का हिस्सा जैन मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩अकबर का मकबरा भी एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाया गया। प्रयागराज (इलाहाबाद) में अकबर का किला भी एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाया गया था।

🚩मियां मकबुल और हुसैन खान शाहिद की मजार भी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। पत्थर महल में मस्जिद का निर्माण लक्ष्मी नारायण मंदिर को तोड़कर करके किया गया था।

🚩अयोध्या में राम जन्मभूमि के स्थल पर भी बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया था। हालाँकि उस विवादित ढाँचे को ध्वस्त कर दिया गया है और उस स्थान अब भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।

🚩 इसके अलावा स्वर्गद्वार मंदिर और त्रेता का ठाकुर मंदिर को तोड़ दिया गया था और उन जगहों पर औरंगजेब द्वारा मस्जिदों का निर्माण किया गया था।

🚩शाह जुरान गौरी (Shah Juran Ghuri) की मजार भी एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

🚩सर पैगंबर और अयूब पैगंबर की मजार एक बौद्ध मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी, जहाँ बुद्ध के पदचिन्ह थे।

🚩 गोरखपुर में इमामबाड़ा एक मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। इसी तरह, पावा में कर्बला को एक बौद्ध स्तूप को तोड़कर बनाया गया था।

🚩टिलेवाली मस्जिद को लखनऊ के एक हिन्दू मंदिर को तोड़कर बनाया गया है। मेरठ में जामा मस्जिद एक बौद्ध विहार को तोड़कर बनाई गई।

🚩 मेरठ की एक दरगाह को नौचंड़ी देवी के मंदिर को तोड़कर बनाई गई है।

🚩काशी( वाराणसी ) में औरंगजेब ने ज्ञानवापी विवादित ढाँचे को विश्वेश्वर मंदिर को तोड़कर बनाया था ।

🚩 हाल ही में अदालत ने विवादित ढाँचे के सर्वेक्षण का आदेश दिया था। सर्वेक्षण करने वाली टीम को वहां एक विशाल शिवलिंग भी मिला है। इसके बाद अदालत ने उस जगह को सील कर दिया है।
यह केवल एक संक्षिप्त सारांश है’

🚩गोयल ने अपनी किताब में लिखा है कि उनके द्वारा बताई गई सूची अभी अधूरी है, यह सिर्फ एक संक्षिप्त विवरण था। अभी सूची में और कई मस्जिदें व दरगाह हैं,जिनको हिन्दू मंदिरों को तोड़कर बनाया गया हैं।

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