14 मई 2020
ये बिल्कुल सत्य है कि सनातन धर्म आज के दिन विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है जो बिना प्रचार प्रसार के ही फैल रहा है, जिसे विश्व के लोग प्रेम से अपना रहे है।
हिन्दू धर्म को अपनाने का मुख्य कारण है इसका वैदिक ज्ञान जो “वसुधैव कुटुम्बकम्”, “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की बात करता है, इसके धर्मग्रंथों यथा वेद और श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान जो निष्काम कर्म और आत्मा परमात्मा का ज्ञान प्रदान करता है, इसकी परंपराएं जो वैज्ञानिक सिद्ध हो चुकी है।
आज पूरा विश्व कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा है। कोरोना ने पूरे विश्व में तबाही मचा रखी है। पश्चिमी जीवनशैली कोरोना महामारी से बचाने में ना केवल असफल रही है उल्टा पश्चिमी जीवनशैली कोरोना वायरस को फैलाने में मददगार सिद्ध हुई है।
कोरोना वायरस से बचने के लिए वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने जो सावधानी रखने की बात कही, जो सफाई रखने की बात कही, वो तो सनातन संस्कृति में परम्पराएं के रूप में सदियों से चली आ रही हैं। पहले सनातन संस्कृति की ऐसी कुछ परम्पराओं के विषय में बता रहे हैं 🏻
(1) सनातन धर्म में दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते करने की परंपरा है।
(2) जब कोई घर में प्रवेश करता है तो हाथ पैर धोकर प्रवेश करता है।
(3) सनातन धर्म में मृत शरीर का दाह-संस्कार करने की परंपरा है। मृत शरीर को अग्नि द्वारा जलाया जाता है।
(4) सनातन संस्कृति में श्मशान घाट और अस्पताल से आने के बाद स्नान करने की परंपरा है।
(5) सनातन संस्कृति ने सदा शाकाहारी रहने की शिक्षा दी और शाकाहार जीवन का अनुसरण किया।
(6) सनातन संस्कृति के योग और प्राणायाम की खोज की और स्वस्थ रहने के लिए योग, प्राणायाम करने की शिक्षा दी।
(7) सनातन संस्कृति संतों द्वारा ही “ॐ” और दूसरे मंत्रों की खोज की गई जिनमें आरोग्यता के साथ साथ भगवान से मिलाने की शक्ति है।
(8) सनातन संस्कृति ने यज्ञ, भजन, पूजा-पाठ, घण्टी-शंख बजाना आदि परम्पराएं चलाई जिनसे पर्यावरण शुद्ध होता है।
(9) सनातन संस्कृति में पशुओं, जंगलों, तुलसी, पीपल आदि को पूजने की प्रथा भी है।
उपरोक्त सभी परम्पराओं पर दुनिया पहले सनातन संस्कृति पर हँसती थी। पर जब पूरे विश्व को अदृश्य और अति सूक्ष्म वायरस ने अपनी चपेट में लिया तो वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने यहीं पद्दतियां अपनाने की सलाह दी जिनका हम सदियों से अनुसरण कर रहे हैं। तब पूरा विश्व भी सनातन संस्कृति की प्रशंसा करता नजर आया और इस बात को स्वीकार किया कि सनातन संस्कृति की परम्पराएं वैज्ञानिक हैं।
अब कोरोना त्रासदी के दौरान विश्व में कुछ हुए घटनाक्रमों को देखते हैं जिनसे सिद्ध होता है कि सनातन संस्कृति का लोहा सबने माना हैं🏻
(1) विश्व की सबसे बड़ी महाशक्ति अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप की मौजूदगी में व्हाइट हॉउस के रोज़ गार्डन में प्रार्थना दिवस मनाया गया और इस दौरान यहां वैदिक शांति पाठ का उच्चारण भी किया गया। यहां शांति पाठ के उच्चारण के लिए खास हिन्दू पंडित को बुलाया गया था। मंदिर के पुजारी हरीश ब्रह्मभट्ट ने यहां वैदिक मंत्र का उच्चारण किया।
(2) स्पेन को कोरोना वायरस ने पूरी तरह हिला दिया है। यहां भी डॉक्टर, नर्स से लेकर पूरा स्टॉफ मरीजों के लिए प्रार्थना करता दिखा। इस दौरान वे बड़े अनुशासित ढंग से वे “ॐ” मंत्र का उच्चारण करते नजर आए।
(3) इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कोरोना से बचने के लिए भारतीय तरीके से अभिवादन करने को कहा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने देशवासियों से कहा कि वो हाथ ना मिलाएं और भारत के अभिवादन की परंपरा की तरह नमस्ते करें।
(4) व्हाइट हॉउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने एक दूसरे को नमस्ते कहकर अभिवादन किया।
(5) बकिंघम पैलेस में प्रिंस चार्ल्स और ब्रिटिश टीवी एंकर फ्लोएला बेंजामिन ने एक दूसरे का नमस्ते करके अभिवादन किया।
(6) टोक्यो, जापान में प्रधानमंत्री आवास पर प्रधानमंत्री शिंजो आबे और गवर्नर युरिको कोइके ने एक दूसरे को नमस्ते करके अभिवादन किया।
(7) फ्रांस में राष्ट्रपति इमेनुएल मेंक्रो ने स्पेन के राजा को नमस्ते किया।
(8) शेफील्ड, ब्रिटेन में शेफील्ड यूनाइटेड VS नोविर्च सिटी फुटबाल मैच से पहले खिलाड़ी एक दूसरे को अभिवादन करते नज़र आए।
(9) फिलीपींस में डॉक्टर राधिका देवी जो कोरोना के मरीजों का इलाज कर रही थी, वो बीच में माला के साथ भगवन्नाम जप करते नज़र आई।
(10) श्रीलंका में कोरोना से मृत्यु के पश्चात दाह संस्कार को अनिवार्य किया।
(11) चीन जहां से कोरोना पूरे विश्व में फैला था, वहाँ भी सरकार ने कोरोना से मृत्यु के बाद दाह संस्कार के आदेश दिए हुए थे।
(12) जर्मनी में चांसलर एंजेला मर्केल के लिए उस वक्त स्थिति असहज हो गई जब जर्मनी के आंतरिक मंत्री होर्स्ट जेहोफान ने एंजिला मर्केल से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया।
(13) कोरोना वायरस फैलने का कारण मांसाहार था इसलिए पूरी दुनिया मांसाहार छोड़कर शाकाहार को अपनाती नज़र आई।
(14) जर्मनी की ल्युबेक यूनिवर्सिटी ने भारतीय खानपान पर रिसर्च करती नज़र आई।
(15) हावर्ड वैद्यकीय विद्यालय, अमेरिका ने कहा कि कोरोना वायरस से जुड़ी व्यग्रता और बेचैनी से निपटने के लिए योग व ध्यान करें।
(16) अमेरिका ने स्वीकार किया कि तुलसी और पीपल सर्वोत्तम है।
(17) फ्रांस ने स्वीकार किया कि शंख ध्वनि लाभदायक है।
(18) इजराइल ने कहा कि यज्ञ-हवन से वायरस दूर होते हैं।
(19) कोरोना पर भारत का मजाक उड़ाने वाले अर्थशास्त्री जिम ओ नील को अमेरिकी अभिनेत्री शेरोन स्टोन ने जवाब दिया कि भारत ने शाकाहार को आदर्श बनाया और आयुर्वेद का विस्तार किया, जिस कारण भारत कभी गम्भीर बीमारी के संकट में नहीं पड़ा। भारत ने इतिहास के पन्नों में कोई महामारी उत्पन्न नहीं की। भारतीय सभ्यता दुनिया में सबसे उन्नत है इसलिए नमस्ते को विश्व के नेता प्रचारित कर रहे हैं। अपनी उन्नत संस्कृति और आदर्शों की वजह से भारत हर संकट से लड़ने में कामयाब रहा था और रहेगा।
विश्व कोरोना वायरस से जूझ रहा है पर ये भी वास्तविकता है कि विश्व सनातन संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहा है। पूरे विश्व में हिन्दू धर्म इतना लोकप्रिय हो रहा है कि लोग अपना धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म और हिन्दू जीवनशैली अपना रहे हैं। जानिए पूरा विश्व कैसे हिन्दुत्व का लोहा मानकर उसे अपना रहा है 🏻
(1) रूस में हिन्दू धर्म बहुत तेजी से फैल रहा है। ऑस्ट्रेलिया में भी हिन्दू धर्म बड़ी तेजी से फैल रहा है, वहां बड़े-बड़े मंदिर बन रहे हैं।
(2) टेनिस में कई बार विम्बलडन विजेता रह चुके स्टार खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने कहा कि शाकाहार, योग और ध्यान ने मुझे शिखर पर पहुँचाया है।
(3) दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया के नोट पर भगवान गणेश की फ़ोटो है। भगवान गणेश को इंडोनेशिया में शिक्षा, कला और विज्ञान का देवता माना जाता है।
(4) मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया में सुग्रीव के नाम पर खुला पहला हिंदू विश्वविद्यालय खुल चुका है।
(5) स्विट्जरलैंड में यूरोपीय संशोधन केंद्र ने संशोधन के बाद कहा कि भगवान शिवजी का ‘तांडव नृत्य’ ब्रह्मांड में हो रहे मूल कणों के उतार-चढ़ाव की क्रियाओं का प्रतीक है।
(6) अमेरिका की सेटन हॉल यूनिवर्सिटी में श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ना अनिवार्य है।
(7) अमेरिका की हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में रामायण और श्रीमद्भागवत गीता पढ़ाई जा रही है।
(8) श्रीमद्भगवद्गीता का विश्व की 578 से भी अधिक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। सभी ने इसे महान ग्रन्थ स्वीकार किया है।
(9) रोमानिया में 11वीं कक्षा में रामायण और महाभारत का कुछ अंश पढ़ाया जा रहा है।
(10) यूरोपीय विद्वान मार्क स्ट्रैंथ ने कहा कि धर्म के आधार पर सभी देश दरिद्र है किन्तु भारत धर्म के क्षेत्र में अरबपति तथा सबसे महान राष्ट्र है।
(11) सैमुअल जानसन के अनुसार हिन्दू लोग धार्मिक, प्रसन्नचित, शांतिप्रिय, न्यायप्रिय, सत्यभाषी, दयालु, कृतज्ञ, ईश्वरभक्त तथा भावनाशील होते हैं।
(12) दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जोंटी रोडस भारत और हिन्दू धर्म से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने हिन्दू धर्म अपना लिया और जब उनको बेटी हुई तो उसका नाम “इंडिया” रखा।
(13) इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हिन्दू धर्म से बहुत प्रभावित है और इसलिए वो हिंदी भी सीख रहे हैं। कुछ दिन पहले केविन पीटरसन ने हिंदी भाषा में ट्वीट किया था। उन्होंने उसमें लिखा – “नमस्ते इंडिया, हम सब कोरोना वायरस को हराने में एक साथ हैं, हम सब अपनी-अपनी सरकार की बात का निर्देश करें और घर में कुछ दिन के लिए रहें, यह समय है होशियार रहने का। आप सभी को ढेर सारा प्यार”।
एक तरफ जहाँ इस्लाम धर्म को फैलाने के लिए मुस्लिम जिहाद, लव जिहाद जैसे अमानवीय कृत्य कर रहे हैं, ईसाई मिशनरियां पैसे, छल, बल द्वारा गरीबों,आदिवासियों, मजबूरों का धर्म परिवर्तन कर रही है वहीं दूसरी और अपनी महान, वैदिक और वैज्ञानिक परम्पराओं की वजह से हिन्दू धर्म को लोग बिना प्रचार प्रसार के ही अपना रहे हैं। जहां रोगों को चमत्कार से दूर करने की बात करने वाले सैकड़ों पादरी और मौलवी कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण मर गए वहीं हिन्दू संतों द्वारा खोजा गया योग, प्राणयाम, जप और संतों द्वारा शाकाहार जीवनशैली की शिक्षा और दूसरी सनातन परम्पराएं पूरे विश्व की कोरोना वायरस से रक्षा कर रही हैं। ये गर्व की बात है कि हमारा जन्म भारत में हुआ। गर्व से कहो कि हम सनातन धर्मी है।
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